सेंट्रल जेल में अब तक ढा़ई सौ से अधिक कैदी पॉजिटिव, आइसोलेट करने की समस्या बढ़ी, कुख्यात पीपी को वापस जेल लाया गया
उत्तराखंड के सितारगंज सेंट्रल जेल (sitarganj Central Jail) में बढ़ रही कोरोना संक्रमिताें की संख्या ने शासन-प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। बुधवार को 95 कैदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आंकड़ों पर गौर करें तो महज एक सप्ताह के अंदर ही 206 कैदी पॉजिटिव मिल चुके हैं।
सितारगंज, जेएनएन : उत्तराखंड के सितारगंज सेंट्रल जेल (sitarganj Central Jail) में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमिताें की संख्या ने शासन-प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। बुधवार को 95 कैदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आंकड़ों पर गौर करें तो महज एक सप्ताह के अंदर ही 206 कैदी पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें दो-तीन जेल स्टाफ के लोग भी शामिल हैं।एक सप्ताह पहले पॉजिटव मिले 74 कैदियों को तो जैसे-तैसे रुद्रपुर-काशीपुर रोड पर स्थित आनंदा होटल में आइसोलेट कर दिया गया था। तब ही जेल और स्थानीय प्रशासन ने दबी जुबान में ये बात स्वीकारी थी कि इसके बाद अब यदि पॉजिटिव कैदी मिलते हैं तो उन्हें आइसोलेट करने में काफी समस्या आएगी। अब जबकि 74 के बाद 132 कैदी और पॉजिटिव मिल चुके हैं तो आइसोलट करने के साथ ही उनकी निगरानी की बड़ी समस्या खड़ी हो गई। वह भी तब जब कुछ ही दिनों पहले हरिद्वार में अस्थायी जेल से आठ कैदी फरार हो गए थे। फिलहाल 17 कैदियों को आंनदा होटल भेजा गया है। जबकि अंडरवल्र्ड डॉन पीपी पांडेय को आनंदा होटल से वापस जेल लेकर आ गए हैं। जेल की स्थिति का मुआयना करने के लिए एसडीएम मुक्ता मिश्र और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच रही है। बता दें कि सेंट्रल जेल में अब तक 250 से अधिक कैदी पॉजिटिव मिल चुके हैं।
कैदियों के इलाज और निगरानी की बड़ी समस्या
सितारगंज जेल में पहले भी बड़ी संख्या में कैदी पॉजिटिव मिल चुके हैं। 22 दिन पहले स्वास्थ्य महकमे ने टीम को भेजकर कैदियों के सैंपल लिए थे। तब सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। कुछ दिन बाद कैदियों में लक्षण दिखने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुन: पहुंचकर सैंपल लिए। एक सप्ताह पहले आई रिपोर्ट में 73 कैदी और एक बंदी रक्षक पॉजिटिव मिले। तभी स्वास्थ्य विभाग और जेल प्रशासन व्यापक पैमाने पर कैंप लगाकर सभी कैदियों का सैंपल लेने का निर्णय लिया था। जिसके बाद से अब तक 132 कैदी पॉजिटिव मिल चुके हैं। सितारगंज सीएचसी के सीएमएस राजेश आर्य ने बताया कि पॉजिटिव मिले सभी केस नए हैं। इनमें पूर्व में कोई संक्रमित नहीं हुआ है। वहीं जेल अधीक्षक दधिराम मौर्या का कहना है कि सभी कैदियों को कहां आइसोलेट किया जाए, इस पर प्रशासन मंथन कर रहा है।
क्षमता से अधिक हैं जेल में कैदी
सितारगंज जेल में क्षमता से अधिक कैदी हैं। जेल की कुल क्षमता 592 कैदियों के लिए है, जबकि रखे गए हैं साढ़े सात सौ अधिक । हर बैरक में करीब 15 से 20 कैदी रखे गए हैं। क्षमता से अधिक कैदियों का होना भी जेल में संक्रमण का बड़ा कारण बना है। जेल के भीतर कैदियों के स्वास्थ्य का जिम्मा एक फॉर्मासिस्ट पर टिका है। संक्रमित मिले कैदियों में कई ऐसे हैं जिनकी उम्र साठ से अधिक है। ये कैदी पहले से भी कई बीमारियों से ग्रस्त हैं। इनके इलाज का समुचित प्रबंध करना भी स्वास्थ्य महकमे के लिए चुनौती है। वहीं गंभीर अपराधों में सजा काट रहे कैदियों पर नजर रखने के लिए भी सुरक्षा चाक चौबंद करनी होनी चाहिए। बता दें कि अंडर वल्र्ड डॉन प्रकाश पांडे ऊर्फ पीपी भी पॉजिटिव मिला है। सितारगंज में पाजिटवि मिले ज्यादातर कैदी उम्रकैद की सजा काट रहे हैं।
मई में कोरोना ने दी थी दस्तक
कोरोना ने सेंट्रल जेल पहली बार 31 मई को दस्तक दी थी। तब उम्र कैद की सजा काट रहे पांच कैदी संक्रमित पाए गए थे। 29 मई को इन कैदियों के सैंपल स्वास्थ्य विभाग ने लिए थे। संक्रमित होने की पुष्टि होने पर पांचों कैदियों को जेल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया था। पहली बार सेंट्रल जेल में कोरोना संक्रमण की जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जेल में बंद सौ कैदियों की रेंडम टेस्टिंग का लक्ष्य रखा था। सेंट्रल जेल में 650 से अधिक कैदी बंद है। 21 मई से कैदियों की रेंडम टेस्टिंग स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुरू की थी। 29 मई तक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 56 कैदियों की रेंडम टेस्टिंग कर ली थी। 29 मई को 16 कैदियों के सैंपल लिए गए थे। जिसमें पांच कैदियों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। कैदियों को आईसोलट करने के लिए प्रशासन ने सिडकुल स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में अस्थाई जेल बनाई थी। अस्थाई जेल में भी 40 कैदी कोरोना संक्रमित मिले थे।
12 सिमंबर को नैनीताल जेल में मिले थे 53 संक्रमित
उत्तराखंड के नैनीताल जेल (Nainital Jail)में 12 सितंबर को एक साथ 53 कैदी और एक जेल स्टाफ की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिला प्रशासन ने साफ कर दिया था कि कोरोना से संक्रमित कैदी नैनीताल जेल में ही रहेंगे। प्रशासन का कहना है कि कैदियों को जेल में ही इलाज दिया जाएगा। नैनीताल जिला अस्पताल के सीएमएस के एस धामी ने बताया था कि कोरोना पॉजिटिव कैदियों को जेल में ही आइसोलेट किया किया गया। नौ कैदी इसके पहले भी मिल पॉजिटिव मिल चुके थे।
हरिद्वार में अस्थायी जेल से आठ कैदी फरार
बीते दिनों अस्थायी जेल से आठ कैदियों के फरार हो जाने से हड़कंप मच गया था। कोविड-19 गाइडलाइन के मद्देनजर कोर्ट से जेल भेजे जाने वाले कैदियों को एक सप्ताह अस्थायी जेल में रखा जा रहा है। जिला मुख्यालय रोशनाबाद में स्थित भिक्षुक गृह को अस्थायी जेल बनाया गया था। कुछ दिनों पहले सुबह जेल से आठ कैदी फरार हो गए। काफी देर तक आसपास के इलाकों में इनकी तलाश होती रही, कुछ पता न चलने पर पुलिस को घटना की सूचना दी गई। जिलेभर की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया । उप्र से सीट सीमाओं पर चौकसी बढा दी गई थी।