देवभूमि में एक साल में 505 दुष्कर्म, सर्वाधिक आपराधिक घटनाएं हरिद्ववार, दून व यूएसनगर में
देवभूमि में भी लोग सुरक्षित नहीं है। खासकर धर्म नगरी हरिद्वार राजधानी देहरादून व उद्योग नगरी ऊधमसिंह नगर में सबसे ज्यादा अपराध हुए हैं।
काशीपुर, जेएनएन : देवभूमि में भी लोग सुरक्षित नहीं है। खासकर धर्म नगरी हरिद्वार, राजधानी देहरादून व उद्योग नगरी ऊधमसिंह नगर में सबसे ज्यादा अपराध हुए हैं। एक साल में दुष्कर्म, दहेज हत्या, लूट व हत्या के मामले में हरिद्वार पहले पायदान पर है, जबकि डकैती की सबसे ज्यादा घटनाएं ऊधमसिंह नगर में हुई हैं। यह हकीकत सूचना का अधिकार में सामने आई है।
आरटीआइ कार्यकर्ता व वरिष्ठ अधिवक्ता नदीम उद्दीन ने सूचना का अधिकार में उत्तराखंड पुुलिस मुख्यालय सेे वर्ष 2018 मेें राज्य में हुए जिलेेवार गंभीर अपराधों की सूची मांगी। लोक सूचना अधिकारी/पुुलिस उपमहानिरीक्षक (फायर/प्र्रशिक्षण) पुुलिस मुख्यालय ने 23 फरवरी 2019 के साथ 2018 के गंभीर अपराधों की सूची उपलब्ध कराई। इसमें कुल 891 गंभीर अपराध हुए। इनमें 505 दुष्कर्म, 189 हत्या, आठ डकैती, 125 लूट, 62 दहेज हत्या, दो फिरौती के लिए अपहरण के मामले दर्ज हैं। हरिद्वार में 269 अपराध के साथ पहले स्थान पर है, जबकि 207 अपराध के साथ देहरादून दूसरे व 200 अपराध के साथ यूएसनगर है। 891 मामलों में जीआरपी में सिर्फ 12 गंभीर अपराध दर्ज हैं। सबसे कम अपराध रूद्रप्रयाग में तीन हुए हैं। चमोली में सात, बागेश्वर तथा उत्तरकाशी मेें आठ-आठ, टिहरी गढ़वाल में 13, अल्मोड़ा में 14, पौैड़ी गढ़वाल में 17, चम्पावत मेें 21, पिथौरागढ़ में 22 तथा नैनीताल मेें 90 अपराध हुए हैैं। राज्य में 505 दुष्कर्म हुए। इनमें सर्वाधिक 146 हरिद्वार में, 135 देहरादून में, 106 यूएसनगर में, 48 नैनीताल में, 13-13 पिथौरागढ़ व चम्पावत में, 10-10 अल्मोड़ा व पौड़ी में, सात टिहरी में, पांच-पांच उत्तरकाशी व बागेेश्वर, चार चमोली मेंं तथा रूद्रप्रयाग में तीन दर्ज है। उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग दहेज हत्या नहीं हुई है। लूट के अपराध केवल नैनीताल, पिथौैरागढ़, चम्पावत, ऊधमसिंह नगर, देेहरादून तथा हरिद्वार में हुए हैैं जबकि डकैती नैनीताल, पिथौरागढ़, ऊधमसिंह नगर तथा हरिद्वार में हुई है।
अपराधों पर एक नजर
आठ डकैती के मामले में तीन यूएसनगर, हरिद्वार व अल्मोड़ा में दो-दो और नैनीताल में एक दर्ज हैै। लूट के 125 अपराधों मेें सबसे ज्यादा 34-34 यूएसनगर व हरिद्वार मेें, 26 देहरादून में, 18 नैनीताल में 11 रेलवे में, पिथौरागढ़ व चम्पावत में एक-एक दर्ज है। 189 हत्या के मामले में सर्वाधिक हरिद्वार में 64, यूएसनगर में 46, देहरादून में 34, नैनीताल में 15, पिथौरागढ़ व पौड़ी में छह-छह, चम्पावत में पांच, उत्तरकाशी व टिहरी मेें तीन-तीन,अल्मोड़ा में दो-दो, बागेेश्वर व चमोली और रेेलवेे में एक दर्ज है। फिरौती के लिए हरिद्वार व अल्मोड़ा में एक-एक अपहरण हुआ था। दहेज हत्या के 62 अपराधों मेें हरिद्वार में 22, देहरादून में 12, यूएसनगर में 11, नैनीताल में सात, टिहरी में तीन, चम्पावत में दो, अल्मोड़ा, पिथौैैरागढ़, बागेेश्वर, चमोली व पौैड़ी में एक-एक हत्या हुई थी। जीआरपी में रूद्रप्रयाग मेंं हत्या नहीं हुई है।
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