नए एमवी वाहन एक्ट के विरोध में कुमाऊं में 12 हजार से अधिक टैक्सियों का संचालन ठप रहा
नए मोटरयान अधिनियम में यातायात नियमों के उल्लंघन पर जुर्माने की धनराशि कई गुना बढ़ाने के विरोध में बुधवार को कुमाऊं भर में टैक्सियों का संचालन ठप रहा।
हल्द्वानी, जेएनएन : नए मोटरयान अधिनियम में यातायात नियमों के उल्लंघन पर जुर्माने की धनराशि कई गुना बढ़ाने के विरोध में बुधवार को कुमाऊं भर में टैक्सियों का संचालन ठप रहा। करीब 12 हजार से अधिक टैक्सियां नहीं चलने से पर्वतीय क्षेत्रों को जाने व आने वाले लोगों को दिक्कत हुईं। यात्रियों को केमू व रोडवेज की बसों का सहारा लेना पड़ा। वहीं, कुमाऊं से उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि शहरों को जाने वाली टैक्सियों के चक्के भी जाम रहे।
कुमाऊं मंडल टैक्सी यूनियन ने पूर्व में ही नए मोटरयान अधिनियम में जुर्माने की धनराशि बढ़ाने के विरोध में 11 सितंबर को टैक्सियों का संचालन ठप रखने का आह्वान किया था। मंगलवार सुबह से ही टैक्सियों के चक्के थम गए। हल्द्वानी व काठगोदाम से संचालित करीब दो हजार टैक्सियां भी नहीं चलीं। पूरे दिन टैक्सी स्टैंडों पर सन्नाटा रहा। रोडवेज व केमू बस स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ जुटी रही। कुमाऊं टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष शेखर ठाकुर सिंह ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों की परिस्थितियां काफी विषम व मैदानी क्षेत्रों से पृथक हैं। यहां के लोगों को प्रदूषण जांच के लिए हल्द्वानी या अल्मोड़ा जाना पड़ता है। जबकि रास्ते में जगह-जगह पुलिस व परिवहन विभाग की जांच होती है। सरकार ने नए मोटरयान अधिनियम में जुर्माने की धनराशि काफी बढ़ा दी है। जो यहां की परिस्थितियों के लिहाज से सही नहीं है।
सरकार को कोई नया नियम लागू करने से पहले अपना पूरा होमवर्क करना चाहिए। इसके बाद ही नया अधिनियम बनाकर लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने नए अधिनियम को संशोधित नहीं किया तो 19 सितंबर से पूरे कुमाऊं के टैक्सी चालक-संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। काठगोदाम टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष विक्रम अधिकारी ने कहा कि काठगोदाम से कुल 325 टैक्सियों का संचालन होता है। मंगलवार को संचालन पूरी तरह से बंद रहा। यहां से पर्वतीय क्षेत्रों के अलावा रामनगर, बरेली, दिल्ली, देहरादून व उत्तरप्रदेश के लिए भी टैक्सी भेजी जाती हैं। इनका संचालन भी बंद रखा गया।
सरकार को चेताने के लिए एक दिन की हड़ताल
शेखर ठाकुर सिंह, अध्यक्ष कुमाऊं टैक्सी यूनियन ने कहा कि नए मोटरयान अधिनियम में बढ़ाए गए कई गुना जुर्माने के विरोध में सरकार को चेताने के लिए एक दिन की हड़ताल की गई। अगर कैबिनेट में सरकार ने नए अधिनियम को पर्वतीय जिलों की भौगोलिक परिस्थिति व जनभावनाओं के अनुरूप नहीं बनाया तो 19 सितंबर से टैक्सियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।