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अपने ही पार्टी नेताओं पर विधायक चीमा ने बोला हमला

विधायक चीमा ने बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा के ही कुछ नेता इन दिनों सिख व हिंदुओं के बीच खाई पैदा कर आगामी विधानसभा चुनाव में काशीपुर से टिकट पाने की जुगत भिड़ाने में लगे हैं। नेता अपने स्वार्थ के लिए भाजपा का नुक़सान करने पर तुले हैं।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 06:53 PM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 06:53 PM (IST)
अपने ही पार्टी नेताओं पर विधायक चीमा ने बोला हमला
इन भाजपा नेताओं का कोई फायदा नहीं होगा, लेकिन पार्टी को नुकसान होना तय है।

जागरण संवाददाता, काशीपुर : प्रदेश अध्यक्ष के काशीपुर में आगमन से ठीक पहले विधायक चीमा ने अपने ही पार्टी के कुछ नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में काशीपुर से टिकट हथियाने की मंशा से ये नेता ऐसे कार्य करने में लगे हैं, जिनसे आने वाले दिनों में भाजपा को भारी नुकसान होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।

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विधायक चीमा के बयान पर पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक ने यह कहकर जवाब देने से इंकार कर दिया कि उनहें बयान के बारे में जानकारी नहीं है। वहीं भाजपा में पार्टी के विरोध में लगातार बयान देने वाले विधायक को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है। विधायक चीमा ने बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा के ही कुछ नेता इन दिनों सिख व हिंदुओं के बीच खाई पैदा कर आगामी विधानसभा चुनाव में काशीपुर से टिकट पाने की जुगत भिड़ाने में लगे हैं। इस बार अपना टिकट न मिलता देख ये नेता अपने स्वार्थ के लिए प्रदेश में भाजपा का नुक़सान करने पर तुले हैं। चीमा के मुताबिक, ये स्वार्थी नेता खुद टिकट पाने की सोच रखकर हिन्दुत्व की बात करते हुए सिख समाज की मुखालफत करते बताये जा रहे हैं।

हिन्दू व सिख समाज को लेकर वे तमाम भ्रांतियां फैला रहे हैं। लेकिन जनता भलीभांति जानती व समझती है कि हिन्दू और पंजाबी संस्कृति अलग-अलग नहीं है। हिन्दू धर्म ग्रंथों की तरह ही सिख समाज के श्री गुरू ग्रंथ साहिब का भी सम्मान किया जाता है। लेकिन टिकट के लिए कुछ भाजपा नेता काशीपुर में हिंदुओं व सिखों में दरार डालने का प्रयास कर रहे हैं, जो कि सर्वथा अनुचित है। इससे इन भाजपा नेताओं का कोई फायदा नहीं होगा, लेकिन पार्टी को नुकसान होना तय है।

हैरत में भाजपा पदाधिकारी

चीमा के बयान को लेकर आधिकारिक तौर पार्टी के पदाधिकारी कुछ कहते से बचते रहे लेकिन उन्होंने ऐसे आरोपों को पुत्र मोह करार दिया गया। भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों ने ऐसे बयानों को लेकर पार्टी अध्यक्ष को अवगत करा दिया है। वहीं टिकट की दावेदारी काे लेकर अचानक विधयाक के बेटे का नाम आगे करने से भी कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी आहत हैं। उनका कहना है कि पार्टी में वंशवाद की पार्टी जनता स्वीकार नहीं करेगी।


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