उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में उत्पात मचाने वाले दोनों हाथी जुदा हुए, ड्रोन से खोजा जाएगा
उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में 24 दिनों तक उत्पात मचाने वाले दो हाथी अब एक-दूसरे से जुदा हो गए हैं। बताया जा रहा है एक हाथी अपने मुल्क नेपाल पहुंच गया है।
खटीमा (ऊधमसिंह नगर), जेएनएन : उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में 24 दिनों तक उत्पात मचाने वाले दो हाथी अब एक-दूसरे से जुदा हो गए हैं। बताया जा रहा है एक हाथी अपने मुल्क नेपाल पहुंच गया है, वहीं दूसरे की लोकेशन सुरई रेंज के शारदा सागर जलाशय के आसपास मिली है। जिसे अब ड्रोन की मदद से खोजा जाएगा। वन विभाग उसके मूवमेंट पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
23 जून को पड़ोसी देश नेपाल से भटक कर दो टस्कर भारतीय वन सीमा में प्रवेश कर गए थे। जहां से वह जंगलों के रास्ते उत्तर प्रदेश की सीमा में पहुंच गए। 24 दिनों तक दोनों ने जमकर कहर मचाया। इस दौरान उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के साथ ही उत्तर प्रदेश के रामपुर, पीलीभीत, बरेली, मुरादाबाद जनपदों के अलग-अलग क्षेत्रों में इन हाथियों ने एक वन कर्मी समेत सात लोगों को मौत के घाट उतार दिया। जिन्हें रामपुर के शाहबाद क्षेत्र से बमुश्किल ट्रैंकुलाइज कर उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की वन सीमा से लगे जंगल में छोड़ दिया गया। तभी से पीलीभीत टाइगर रिजर्व व सुरई रेंज के वन कर्मी उनकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।
इस बीच उप प्रभागीय वनाधिकारी बाबू लाल ने बताया कि दोनों में से एक हाथी उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती रमनगरा से धुरिया पलिया होते हुए नेपाल सीमा में प्रवेश कर गया है। जबकि दूसरे की लोकेशन शारदा सागर डैम के आसपास मिली है। ड्रोन कैमरे की मदद से रविवार को उसकी खोजबीन की जाएगी। वन विभाग पूरी तरह सतर्कता बरत रहा है।