कांटों की मरम्मत न होने से रुकी नंधौर में खनन की राह, सोमवार को एमडी लेंगे निर्णय
नंधौर में खनन की राह खुल नहीं सकी है। दरअसल, तौल-कांटों का संचालन करने वाली फर्म व निगम के बीच मरम्मत का सामान देने को लेकर विवाद चल रहा है।
हल्द्वानी, जेएनएन : वन विभाग द्वारा तैयारियां पूरी करने के बावजूद नंधौर में खनन की राह खुल नहीं सकी है। दरअसल, तौल-कांटों का संचालन करने वाली फर्म व निगम के बीच मरम्मत का सामान देने को लेकर विवाद चल रहा है। निगम एमडी सोमवार को इस पर अंतिम निर्णय लेंगे।
वन विभाग नंधौर नदी के निकासी गेटों पर सड़क व सीमांकन का काम पूरा करने के बाद निगम को उपखनिज निकासी की अनुमति पूर्व में दी जा चुकी है। वहीं वन निगम की सभी तैयारियां पूरी हैं। बस तौल-कांटों की मरम्मत होनी है। नंधौर के तीन गेटों पर निगम के निजी कांटे हैं। रामनगर की एक फर्म इसका संचालन करती है। निगम व फर्म के बीच विवाद पिछले सत्र में शुरू हुआ। निगम ने पहले फर्म को कंप्यूटर समेत अन्य सामान काम के लिए दिया, जबकि बाद में ऑडिट होने पर कंप्यूटर की रिकवरी के आदेश जारी कर दिए। मामला न्यायालय भी पहुंचा। आरएम एमपीएस रावत ने बताया कि एमडी को अब विवाद को लेकर अंतिम फैसला लेना है, जिसके बाद ही खनन शुरू होगा।
खनन कारोबारियों ने जताई नाराजगी
नंधौर में खनन सत्र शुरू नहीं होने से स्थानीय खनन कारोबारी आक्रोशित हैं। शुक्रवार को बैठक कर उन्होंने कहा कि निगम की लापरवाही के चलते वाहनस्वामी बेरोजगार हैं। खड़ी गाडिय़ों का टैक्स जमा करना पड़ रहा है। तीन दिन में नदी नहीं खुलने पर आंंदोलन की चेतावनी दी। बैठक में पंकज भटनागर, लखवीर सिंह, हरीश बिष्ट, विक्रमजीत सिंह, तलविंदर सिंह, गुरमेज सिंह आदि मौजूद थे।