Move to Jagran APP

मीना विषम परिस्थितियों में भी कोरोना से नहीं मानी हार, साथी आंगनबाड़ी वर्कर्स को देती रहीं हौसला

मीना भी उन फ्रंट लाइन वर्कर में शामिल रहीं जिन्होंने अपने छोटे बच्चों और परिवार को छोड़कर दूसरों की जान बचाने में मदद की। आंगनबाड़ी संगठन की जिलाध्यक्ष होने के कारण उन्हें दोहरी भूमिका निभानी पड़ी। मीना अब तक 280 लोंगों को कोविड का टीका लगवा चुकी हैं।

By Prashant MishraEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 10:24 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 10:24 PM (IST)
मीना विषम परिस्थितियों में भी कोरोना से नहीं मानी हार, साथी आंगनबाड़ी वर्कर्स को देती रहीं हौसला
मीना द्वारा किए जा रहे कार्य की जिला परियोजना अधिकारी पीएस बृजवाल ने भी प्रशंसा की है।

संवाद सहयोगी, चम्पावत : कोरोना महामारी से जंग अभी बाकी है। इस जानलेवा महामारी से लडऩे वाले सभी फ्रंट लाइन वर्कर एक साल पहले भी लड़े थे और दूसरी लहर में भी मैदान में कूद पड़े हैं। अबकी बार भी लोगों को मास्क पहनने और दो गज की दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक करना चुनौती है तो कोविड वैक्सीन लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करना  उससे भी महत्वपूर्ण कार्य है। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मीना बोहरा अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। मीना अब तक अपने सेवित क्षेत्र से 280 लोंगों को कोविड का टीका लगवा चुकी हैं और उनका अभियान सतत जारी है।

loksabha election banner

    बाराकोट विकास खंड के गल्लागांव ग्राम पंचायत की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मीना बोहरा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगठन की जिलाध्यक्ष भी हैं। गत वर्ष लॉकडाउन काल में मीना ने क्वांरटाइन सेंटरों में दिन रात ड्यूटी देकर कोरोना बीमारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे लोगों का उत्साहवर्धन किया था। बाराकोट, गल्लागांव, कालाकोट क्षेत्र में उन्होंने घर-घर जाकर लोगों को मास्क पहनने, शारीरिक दूरी का पालन करने और भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर न जाने के लिए जागरूक किया था। मीना भी उन फ्रंट लाइन वर्कर में शामिल रहीं जिन्होंने अपने छोटे बच्चों और परिवार को छोड़कर दूसरों की जान बचाने में मदद की। आंगनबाड़ी संगठन की जिलाध्यक्ष होने के कारण उन्हें दोहरी भूमिका निभानी पड़ी। कोविड ड््यूटी के दौरान अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सामने आने वाली समस्याओं को उन्होंने प्रशासन के सामने मजबूती से रखा। कई बार कोविड ड्यूटी दे रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और स्थानीय प्रशासन के बीच पैदा हुए मनमुटाव को उन्होंने अपने कुशल नेतृत्व से दूर किया। मीना वर्तमान में मीना कोविड वैक्सीन लगाने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही हैं। अब तक अपने क्षेत्र के अलावा बाराकोट विकास खंड के सैकड़ों बुजुर्गों और 45 वर्ष से उपर के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए टीकाकरण केंद्रों में भेज चुकी हैं। मीना द्वारा किए जा रहे कार्य की जिला परियोजना अधिकारी पीएस बृजवाल ने भी प्रशंसा की है।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.