नीट में कम नंबर होने पर विदेश से भी कर सकते हैं एमबीबीएस NAINITAL NEWS
राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) में नंबर कम आने के चलते अगर एमबीबीएस में एडमिशन नहीं हुआ तो आप विदेश से भी डॉक्टर बनने के लिए पढ़ाई कर सकते हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) में नंबर कम आने के चलते अगर एमबीबीएस में एडमिशन नहीं हुआ तो आप विदेश से भी डॉक्टर बनने के लिए पढ़ाई कर सकते हैं। इसके लिए नीट क्वालिफाई होना जरूरी है। पैरामेडिकल क्षेत्र में भी कॅरियर बना सकते हैं। शाइबेन चिकित्सा व उच्च शिक्षा कंसलटेंसी के निदेशक डॉ. संदीप गौड़ कहते हैं कि विदेश में पढ़ाई से पहले संबंधित कॉलेज व विश्वविद्यालय के बारे में ठीक से छानबीन कर लेनी चाहिए।
इन देशों में प्रवेश की संभावना
डॉ. संदीप गौड़ ने बताया कि यूक्रेन, रूस, चीन, नेपाल, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान में प्रवेश मिल सकता है। प्रवेश अक्टूबर अंतिम सप्ताह तक हो जाना चाहिए। केवल बांग्लादेश में नवंबर तक प्रवेश होते हैं। इसके लिए नीट क्वालिफाई होनी चाहिए। पूरी डिग्री हासिल करने तक का खर्चा 16 लाख से 33 लाख रुपये तक का है।
पैरामेडिकल क्षेत्र में भी संभावनाएं
मेडिकल क्षेत्र के लिए पैरामेडिकल कोर्स में भी प्रवेश ले सकते हैं। इसके लिए उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा के अलावा निजी कॉलेज अपने-अपने स्तर पर प्रवेश परीक्षा कराती हैं। विदेश में बिना प्रवेश परीक्षा के निर्धारित योग्यता के आधार पर प्रवेश पा सकते हैं। इसमें बीडीएस, डेंटल हाइजिनिस्ट, फार्मेसी, माइक्रोबॉयोलोजिस्ट, नर्सिंग, टेक्नीशियन आदि शामिल हैं। भारतीय संस्थानों में इसका खर्चा ढाई लाख से छह लाख रुपये है और विदेश में 10 से 15 लाख तक खर्चा हो जाता है।
नर्सिंग क्षेत्र में बढ़ रहीं संभावनाएं
डॉ. गौड़ का कहना है, नर्सिंग क्षेत्र में भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी अपार संभावनाएं हैं। भारत के नर्सों की कई देशों में अच्छी डिमांड रहती है। वेतनमान भी अच्छा रहता है। इसलिए नर्सिंग की पढ़ाई के लिए भी विद्यार्थी तैयारी कर सकते हैं।
ऐसे करें तैयारी
मेडिकल फील्ड में कॅरियर के सपने देखने वाले विद्यार्थियों को इंटरमीडिट से ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। एनसीईआरटी की पुस्तकों का गहन अध्ययन जरूरी है। फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ्स में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए रिफ्रेंस बुक्स व कोचिंग के नोट्स की लगातार प्रैक्टिस करनी चाहिए। कई बार विद्यार्थियों को सवालों का जवाब पता होता है, लेकिन समय रहते जवाब नहीं लिख पाते हैं। इसके लिए प्रैक्टिस बढ़ाने की जरूरत होती है।
क्या विदेश की डिग्री मान्य है
डॉ. गौड़ ने एक विद्यार्थी के सवाल का जवाब दिया कि विदेश से एमबीबीएस करने पर भारत में सीधे प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं। प्रैक्टिस करने से पहले नेक्स एग्जाम पास करना होता है। विदेश के मान्यता प्राप्त संस्थान से पैरामेडिकल की पढ़ाई करने पर भारत में नौकरी कर सकते हैं।