शिकारी की गोलियों से घायल आदमखोर तेंदुए ने तोड़ा दम, सुबह सर्च अभियान में बरामद
अल्मोड़ा जिले के बाड़ीकोट में बीती देर शाम शिकारी की गोलियों से घायल आदमखोर गुलदार ने दम तोड़ दिया है। वन क्षेत्राधिकारी हरीश टम्टा व विशेषज्ञ शूटर लखपत सिंह रावत के संयुक्त नेतृत्व में 13 सदस्यीय विभागीय दल ने सुबह जंगल बन चुके कस्बे की झाड़ियों में सर्च अभियान चलाया।
भिकियासैंण (अल्मोड़ा) : अल्मोड़ा जिले के बाड़ीकोट में बीती देर शाम शिकारी की गोलियों से घायल आदमखोर गुलदार ने दम तोड़ दिया है। वन क्षेत्राधिकारी हरीश टम्टा व विशेषज्ञ शूटर लखपत सिंह रावत के संयुक्त नेतृत्व में 13 सदस्यीय विभागीय दल ने सुबह जंगल बन चुके कस्बे की झाड़ियों में सर्च अभियान चलाया। करीब सवा दो घंटे की मशक्कत के बाद मृत पड़े गुलदार का शव ढूंढ उसे वन विभाग ने अपनी सुपुर्दगी में ले लिया। डीएफओ महातिम सिंह यादव टीम से पल पल की जानकारी लेते रहे।
बीती सोमवार शाम नगर पंचायत के गांधी नगर वार्ड स्थित बाड़ीकोट कस्बे में उसी स्थान पर नरभक्षी तेंदुए पर निशाना साधा गया था, जहां पर उसने बीती 19 सितंबर की शाम सात वर्षीय बच्ची को मारा था। विशेषज्ञ शूटर लखपत सिंह रावत ने इसके लिए अपने शागिर्द बिजनौर निवासी राष्ट्रीय निशानेबाज अली अदनान को पहले प्रशिक्षित किया था। फिर उस स्थान की ओर बढ़े, जिस ओर आदमखोर की गतिविधियों का पता लगा।
करीब 300 से 350 गज की दूरी से लखपत सिंह के इशारे पर शिकारी अदनान ने लगातार दो फायर किए। एक आदमखोर गुलदार की पीठ व दूसरी गोली उसके कंधे पर लगी थी। घायल होने पर गुलदार कुर्री (लैंटाना) के जंगल में घुस गया था। डीएफओ महातिम सिंह यादव के निर्देश पर इलाके में आक्रामक हो चुके आदमखोर की निगरानी को वन क्षेत्राधिकारी हरीश टम्टा के साथ 13 सदस्यीय दल को मुस्तैद कर दिया था।
इधर मंगलवार की सुबह लगभग छब बजे से आदमखोर की तलाश में सर्च अभियान शुरू किया गया। करीब आठ बजे कुर्री की झाड़ियों के बीच आदमखोर को मृत अवस्था में ढूंढ लिया गया। डीएफओ महातिम के अनुसार गुलदार का शव जिला मुख्यालय स्थित वन्य जीव चिकित्सालय लाया जाएगा। पोस्टमार्टम के बाद विभागीय नियमों के अनुसार उसका दाह संस्कार किया जाएगा।