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किडनी निकालने से नहीं शरीर के अधिकांश अंग खराब होने से हुई थी मौत

शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत मरीज की मौत के पीछे शरीर के अधिकांश अंग खराब होने की वजह बता गई है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 04:24 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 04:24 PM (IST)
किडनी निकालने से नहीं शरीर के अधिकांश अंग खराब होने से हुई थी मौत
किडनी निकालने से नहीं शरीर के अधिकांश अंग खराब होने से हुई थी मौत

हल्द्वानी, जेएनएन : शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत मरीज की मौत के पीछे शरीर के अधिकांश अंग खराब होने की वजह बता गई है। मंगलवार को हुए पोस्टमार्टम के बाद उसकी रिपोर्ट में यह बात सामने आई। हालांकि परिजनों की मांग पर बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है। इसकी कल्चर जांच, हिस्टोपैथोलॉजी और केमिकल एनालिसिस कराई जाएगी।

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देवलचौड़ बंदोबस्ती निवासी 45 वर्षीय नरेंद्र रावत को शहर के एक निजी अस्पातल में शनिवार को भर्ती कराया गया था। रविवार को उसका ऑपरेशन हुआ और सोमवार को मौत हो गई। परिजनों ने किडनी निकालने का आरोप लगाया था। मामला पुलिस तक पहुंच गया था। मंगलवार को डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के प्राचार्य एवं फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. चंद्र प्रकाश भैंसोड़ा और बेस अस्पताल के सर्जन डॉ. धीरेंद्र बनकोटी ने नरेंद्र का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम में मरीज के मल्टी आर्गन फेल्योर होने से मौत की वजह सामने आई। मरीज के लीवर में भी दिक्कत थी। संक्रमण भी था। निजी अस्पताल में डॉक्टर ने ऑपरेशन कर मरीज की एक किडनी निकाल ली थी, लेकिन मरीज फिर भी नहीं बच सका। प्राचार्य डॉ. भैंसोड़ा ने बताया कि बिसरा सुरक्षित कर लिया गया है। इसे कल्चर जांच, हिस्टोपैथोलॉजी और केमिकल एनालिसिस के लिए लैब में भेजा जाएगा। इसके बाद ही सही रिपोर्ट सामने आएगी।

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