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कूड़े से आय प्राप्त करने वाली उत्तराखंड की पहली नगर पंचायत बनी लोहाघाट

चंपावत जिले के नगर पंचायत लोहाघाट कूड़े से आय अर्जित करने वाली प्रदेश की पहली नगर पंचायत बन गई है। कांपेक्टर मशीन में शोधन कर नगर पंचायत ने करीब 17 क्विंटल पॉलीथिन और पांच क्विंटल प्लास्टिक की बोतलों की बिक्री कर दी है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 15 Nov 2020 03:18 PM (IST)Updated: Sun, 15 Nov 2020 03:18 PM (IST)
कूड़े से आय प्राप्त करने वाली उत्तराखंड की पहली नगर पंचायत बनी लोहाघाट
कूड़े से आय प्राप्त करने वाली उत्तराखंड की पहली नगर पंचायत बनी लोहाघाट

चम्पावत, जेएनएन : चंपावत जिले के नगर पंचायत लोहाघाट कूड़े से आय अर्जित करने वाली प्रदेश की पहली नगर पंचायत बन गई है। सिंगल यूज प्लास्टिक की बिक्री शुरू कर पालिका ने यह उपलब्धि हासिल की है। कांपेक्टर मशीन में शोधन कर नगर पंचायत ने करीब 17 क्विंटल पॉलीथिन और पांच क्विंटल प्लास्टिक की बोतलों की बिक्री कर दी है। प्लास्टिक के बोतल दस रुपये किलो तथा पॉलीथिन की पन्नी छह रुपये किलो के भाव से बिक रही है। कूड़े की बिक्री से जहां पालिका के आय के साधन मजबूत हुए हैं वहीं कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया में भी तेजी आई है।

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नगर पालिकाध्यक्ष गोविंद वर्मा ने बताया कि पालिका ने सिंगल यूज प्लास्टिक का शोधन कर उसे बेचने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद से ही ले लिया था। नगर पंचायत के चार कर्मचारियों को जैविक और अजैविक कूड़ा एकत्र करने केकाम में लगाया गया है। कर्मचारी प्लास्टिक की बोतलों और पॉलीबैग की अलग-अलग छंटनी करते हैं। उन्होंने बताया कि अभी वह केवल पॉलीथिन को कांपेक्टर की सहायता से कंप्रेस कर रहे हैं। करीब 30 बड़े थैलों की पॉलीथिन से 10 किलो का एक छोटा बंडल बिक्री के लिए तैयार किया जा रहा है। कूड़े की बिक्री से होने वाली आय से नगर पंचायत के संधासनों को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। बताया कि शोधित कूड़े को हल्द्वानी की एक फैक्ट्री खरीद रही है।

गीला कूड़ा मेलाखाल में किया जा रहा डंप

कांपेक्टर मशीन से प्लास्टिक की बोतलों एवं पॉलीबैग को अलग करने के बाद नगर पंचायत गीले कूड़े को मेलाखाल ट्रंचिंग ग्राउंड में डाल रही है। लोगों से भी सूखे और गीले कूड़े को अलग-अलग कूड़ेदान में डालने को कहा गया है। इससे पालिका कर्मियों को कूड़े के प्रथक करने में काफी मदद मिल रही है। नगर पंचायत लोहाघाट के ईओ कमल कुमार ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक बेचने वाली नगर पंचायत लोहाघाट राज्य की पहली नगर पंचायत है। भविष्य में प्लास्टिक रिसाइकल मशीन लगाकर लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।

44 सौ क्विंटल सिंगल यूज प्लास्टिक हो चुका है एकत्र

नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंद वर्मा ने बताया कि पहले प्रयास में 4400 क्विंटल सिंगल यूज प्लाटिक बेचा गया है। जिससे नगर पंचायत को सोलह हजार रुपये की आय हुई है। 1700 क्विंटल पॉलीथिन की थैलियां और 500 क्विंटल प्लास्टिक की बोतल बेचने के बाद अब 2400 क्विंटल पॉलीथिन और 1000 क्विंटल प्लास्टिक की बोतलें शोधन कर एकत्रित की गई है।


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