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कुमाऊं भर में हड़ताल पर रहे शराब कारोबारी

कोटा सिस्टम खत्म करने दुकानों का अधिभार बिक्री के हिसाब से करने आदि मांगों को लेकर शराब कारोबारी हड़ताल पर चले गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 03:01 AM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 06:07 AM (IST)
कुमाऊं भर में हड़ताल पर रहे शराब कारोबारी
कुमाऊं भर में हड़ताल पर रहे शराब कारोबारी

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कोटा सिस्टम खत्म करने, दुकानों का अधिभार बिक्री के हिसाब से करने आदि मागों को लेकर शराब कारोबारी हड़ताल पर चले गए हैं। सोमवार को पहले दिन कुमाऊं भर में इसका असर दिखा। सभी दुकानों में ताले लटके रहे और सरकार को मंडल से एक दिन में करीब दो करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो गया। कारोबारियों ने मागों के पूरा होने तक हड़ताल जारी रखने की चेतावनी दी है।

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लॉकडाउन की वजह से 22 मार्च से शराब की दुकानें बंद थीं। चार मई दुकानें खोलने की अनुमति मिलने पर नए ठेकेदारों ने दुकानें खोलना शुरू किया। मंडल में वर्तमान में 249 देसी-विदेशी शराब की दुकानें खुल गई थीं। शुरुआती दिनों में भीड़ उमड़ने के कुछ दिन बाद ही कारोबार धीमा हो गया। ऐसे में लगातार हो रहे घाटे को देखकर शराब कारोबारियों ने आबकारी महकमे के सामने मागें रखीं। साथ ही अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी भी दी। कारोबारियों का कहना है कि शादी-ब्याह व पर्यटन सीजन खत्म हो चुका है। दुकानों को चार बजे तक ही खोला जा रहा है। लोगों की आमदनी कम होने का भी शराब कारोबार पर असर पड़ रहा है। ऐसे में कारोबारियों को हर दिन घाटा उठाना पड़ रहा है। ठेकेदारों ने दिल्ली की तर्ज पर कोरोना टैक्स हटाने, दुकानों का लाभ पिछले साल की तरह 25 फीसद करने की माग भी उठाई है। संयुक्त आबकारी आयुक्त केके काडपाल का कहना है कि इस साल कुमाऊं की शराब की दुकानों से छह सौ करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य रखा गया है।


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