Coronavirus Lockdown : आबकारी विभाग के रवैये के विरोध में रामनगर में नहीं खुलीं शराब की दुकानें
नगर में शराब की दुकान खुलने की आस लगाए बैठे लोगों को सोमवार को मायूसी हाथ लगी। नगर में अंग्रेजी व देसी शराब विक्रेताओं ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं।
रामनगर, जेएनएन : नगर में शराब की दुकान खुलने की आस लगाए बैठे लोगों को सोमवार को मायूसी हाथ लगी। नगर में अंग्रेजी व देसी शराब विक्रेताओं ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं। उन्होंने आबकारी विभाग के रवैये के विरोध में अपनी दुकानें बंद रखीं। रामनगर के अंग्रेजी व देसी शराब विक्रेताओं का कहना है कि उन्हें 31 मार्च तक के लिए दुकान आवंटित हुई थी। इधर 22 मार्च को लॉकडाउन होने की वजह से दस दिन तक दुकानें बंद रही। कई दुकानदारों ने शराब के स्टॉक के लिए विभाग को पैसा भी जमा कर दिया था। लॉकडाउन की वजह से वह स्टॉक नहीं उठा पाए। वहीं कई दुकानदारों के पास शराब का जो स्टॉक उपलब्ध था उसे वह लॉकडाउन की वजह से बेच नहीं पाए।
अप्रैल में आबकारी विभाग ने इन दुकानों का ठेका कर दिया। अब विभाग उनसे दुकान व उसमें रखी शराब को नए ठेकेदार को देने के लिए कह रहा है। जिस वजह से रामनगर में शराब विक्रेताओं ने दुकानें नहीं खोली। उन्होंने कहा कि उन्हें दस दिन का नुकसान हुआ है। वह अब नए ठेकेदारों को दुकान देने के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। इधर आबकारी निरीक्षक पीसी जोशी ने बताया कि उन्होंने खुद कोटाबाग जाकर दस बजे शराब की दुकान खुलवाई। इस दौरान शराब खरीदने वाले लोगों द्वारा शारीरिक दूरी का पालन किया गया। इसके अलावा पीरूमदारा में भी शराब की दुकान खोली गई थी।
भीमताल के मल्लीताल गोरखपुर तिराहे पर स्थित शराब की दुकान सोमवार को नहीं खुली। अनुज्ञापी पवन कुमार के प्रतिनिधि वरुण चौनाल ने बताया कि विभाग और प्रशासन की ओर से शराब बिक्री को लेकर किसी तरह की कोई गाइड लाइन प्राप्त नहीं हो सकी है, इसलिए दुकान नहीं खोली गई। इधर सोमवार सुबह से ही मदिरा के शौकीनों का शराब की दुकान के आसपास जमावड़ा रहा। यह जमावड़ा शाम चार बजे तक लगा। बाद में सभी निराश लौट गए। अब मंगलवार से शराब की दुकान खुलने की संभावना जताई जा रही है।
यह भी पढें
ट्रक चालक के कोरोना पॉजिटिव मिलने पर सिडकुल की दो कंपनियों में उत्पादन ठप
सुबह दस से शाम चार बजे तक खुलेंगे दफ्तर, कुमाऊं में सभी जिले ग्रीन जोन