जिम कॉर्बेट पार्क के जंगल में बाघों के अलावा अब शेर, चीता व गैंडा भी घूमते हुए मिलेंगे NAINITAL NEWS
योजना परवान चढ़ी तो जिम कॉर्बेट पार्क के जंगल में बाघों के अलावा अब शेर चीता व गैंडा भी घूमते हुए मिलेंगे।
रामनगर, त्रिलोक रावत : योजना परवान चढ़ी तो जिम कॉर्बेट पार्क के जंगल में बाघों के अलावा अब शेर, चीता व गैंडा भी घूमते हुए मिलेंगे। दरअसल बाघों के लिए विश्व प्रसिद्घ जिम कॉर्बेट में अब इन वन्य जीवों को लाने पर भी विचार किया जा रहा है। देहरादून मेें होने वाली बैठक में वनाधिकारियों की मौजूदगी में इस पर चर्चा होने की संभावना है।
कॉर्बेट पार्क देश-विदेश में मुख्य रूप से बाघों के लिए जाना जाता है। इसके अलावा हाथी, गुलदार, भालू, सांभर, चीतल, घडि़ïïयाल, मगरमच्छ, पक्षियों की विभिन्न प्रजाति समेत अनेक सरीसृप प्रजातियां मौजूद है। इन सबके बीच जंगल की सुंदरता यहां चार चांद लगाती है। इन्हें देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक यहां पहुंचते हैं। जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व मिलता है। ऐसे में अब यहां वन्य जीवों की प्रजातियों को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है, जिसमें शेर, चीता व गैंडा लाने पर विचार किया जा रहा है। इस संबंध में तीस अगस्त को देहरादून में होने वाली स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होगी, जिसमें इस संभावना पर चर्चा की जाएगी कि शेर, चीता व गैंडा को कॉर्बेट में लाया जा सकता है या नहीं। इन वन्य जीवों को यहां लाने व उसमें आने वाली व्यावहारिक दिक्कतों पर भी मंथन किया जाएगा। इसके बाद ही बोर्ड की बैठक में कोई फैसला लिया जाएगा।
विदेश से लाया जाएगा चीता
कॉर्बेट में जिन प्रजातियों को लाने पर विचार हो रहा है। उस पूरी कवायद में समय भी लग सकता है। क्योंकि जिस चीता को कॉर्बेट में लाने की बात हो रही है, वह देश से विलुप्त हो चुका है। ऐसे में जाहिर है कि उसे विदेश से ही यहां लाया जाएगा। चीता इरान व अफ्रीका में पाया जाता हैं, जिसमें समय लगने की संभावना है। इसके अलावा गुजरात से शेर तथा गैंडा को लाया जाएगा। बता दें कि शेर केवल भारत में गुजरात के गीर नेशनल पार्क में ही पाए जाते हैं। ऐसे में उनका अस्तित्व भी बचाया जाएगा। जबकि गैंडा आसाम के काजीरंगा नेशनल पार्क, उप्र के दुधवा नेशनल पार्क व पश्चिमी बंगाल के जलदा पाडा में पाए जाते हैं।
स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड में होगी चर्चा
राहुल, निदेशक सीटीआर ने बताया कि शेर, चीता व गैंडा को कॉर्बेट में लाने का एक विचार है। देहरादून में इस संबंध में स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की बैठक में इस पर चर्चा की संभावना है कि इन वन्य जीवों को यहां लाया जा सकता है या नहीं।
चीता कॉर्बेट में सर्वाइव करेगा यह कहना मुश्किल
एजी अंसारी, वन्य जीव विशेषज्ञ रामनगर ने कहा कि चीता कॉर्बेट में सर्वाइव करेगा यह कहना मुश्किल है। क्योंकि उसे गरम जंगल व बड़े मैदान चाहिए। राजस्थान के पालमपुर सेंचुरी में लाए जाने का पूर्व में सरकार का एक प्रस्ताव था। अफ्रीका से चीता लाया जाना था। लेकिन यह प्रोजेक्ट अभी पूरा नहीं हुआ है।
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