तीन दिन की आफत से पटरी से उतरा जनजीवन, हाईवे बंद होने से रसद व पेट्रो पदार्थों की आपूर्ति प्रभावित
आवाजाही ठप होने से मैदान से रसद के साथ ही पेट्रोल डीजल की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। उधर धनगढ़ी व भकराकोट का उफनाया नाला शांत होने के बाद तीसरे दिन सड़क को यातायात के लिए खोल दिया गया। इससे फंसे सैलानी वाया हरड़ा चिमटाखाल होकर रामनगर को रवाना हुए।
जागरण टीम, रानीखेत/मानिला: पहाड़ में तीन दिन लगातार मूसलधार बारिश से जनजीवन पटरी से उतर गया है। रानीखेत को नैनीताल जनपद से जोडऩे वाला स्टेट हाईवे भुजान के साथ ही कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया है। आवाजाही ठप होने से मैदान से रसद के साथ ही पेट्रोल डीजल की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। उधर धनगढ़ी व भकराकोट का उफनाया नाला शांत होने के बाद तीसरे दिन सड़क को यातायात के लिए खोल दिया गया। इससे रानीखेत, मरचूला व मानिला क्षेत्र में फंसे सैलानी वाया हरड़ा चिमटाखाल होकर रामनगर को रवाना हुए। उधर अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे भी बंद पड़ा है।
मेघों का मिजाज नरम पडऩे से जहां राहत मिली है, वहीं आसमान में दोबारा मंडरा रहे बादल डरा भी रहे हैं। बहरहाल, अतिवृष्टिï से बेहाल पहाड़ के लिए राहतभरी खबर है। रानीखेत भतरौजखान रामनगर स्टेट हाईवे को बरसाती नालों का जलस्तर घटने पर बुधवार को खोल दिया गया। इससे मोहान आदि इलाकों में फंसे पर्यटक व आमयात्रियों को गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया।
कैंची धाम जाने वाले इंतजार में बैठे
वहीं पर्यटक नगरी में ठहरे कुछ सैलानी अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे के दुरुस्त होने की बाट जोह रहे। दरअसल, राजस्थान व अन्य महानगरों से पहुंचे ये पर्यटक कैंची धाम में बाबा नीम करौरी महाराज के दर्शन को चारधाम यात्रा कर रानीखेत पहुंचे थे। मगर अतिवृष्टिï से राष्टï्रीय राजमार्ग को भारी क्षति पहुंचने से ये लोग कैंची धाम तक पहुंचने तक वैकल्पिक व्यवस्था की उम्मीद में बैठे हैं।
इन सड़कों पर संकट
= रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे भूधंसाव की जद में
= रानीखेत मजखाली अल्मोड़ा हाईवे पर जगह जगह दरारें
= रानीखेत ताड़ीखेत रामनगर स्टेट हाईवे सौराल में भूस्खलन से तीसरे दिन भी ठप
36 घंटे से नेट व बिजली आपूर्ति ध्वत
रानीखेत उपमंडल के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले 36 घंटों से बिजली आपूर्ति भंग है। इंटरनेट सेवा भी पूरी तरह बहाल नहीं की जा सकी है। उधर नैनीताल व पौड़ी गढ़वाल से लगे सल्ट ब्लॉक क्षेत्र में हालात और भी खराब हैं।