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चार वर्ष पूर्व लापता युवक के साथियों को हुआ लाई डिटेक्टर टेस्ट

2014 से लापता युवक के साथ अनहोनी होने की पत्‍‌नी द्वारा व्यक्त की गयी आशका के चलते पुलिस ने युवक के साथियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाया, जिसका परिणाम आगामी 10 दिन के बाद आएगा।

By Edited By: Published: Tue, 22 May 2018 08:06 PM (IST)Updated: Wed, 23 May 2018 04:57 PM (IST)
चार वर्ष पूर्व लापता युवक के साथियों को हुआ लाई डिटेक्टर टेस्ट
चार वर्ष पूर्व लापता युवक के साथियों को हुआ लाई डिटेक्टर टेस्ट
संवाद सहयोगी, लालकुआं : सितंबर 2014 से लापता युवक के साथ अनहोनी होने की पत्‍‌नी द्वारा व्यक्त की गयी आशका के चलते पुलिस ने युवक के साथियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाया, जिसका परिणाम आगामी 10 दिन के बाद आएगा। कोतवाल रवि कुमार सैनी ने बताया कि मूल रूप से सिरौली कला किच्छा एवं हाल निवासी बंगाली कॉलोनी लालकुआ में रहने वाली जैरावी पत्‍‌नी सादिक अली ने कोतवाली में 17 सितंबर 2014 को गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उसने कहा था कि कि उसके पति सादिक पुत्र रहमत शाह उम्र 35 वर्ष अपने 3 दोस्तों के साथ घर से चले गये थे। वह कई दिन बाद भी घर वापस नहीं लौटे हैं। पुलिस ने मामले में गुमशुदगी दर्ज कर सादिक की खोजबीन शुरू कर दी। परंतु उसका कहीं पता नहीं चल सका। इसी के साथ समय बीतता गया और सादिक का पता नहीं चला, जबकि उसकी पत्‍‌नी जैरावी भी रोजाना कोतवाली के चक्कर लगाती रही। इस बीच लापता सादिक की पत्‍‌नी ने कोतवाली पुलिस को बताया कि उसे अपने पति के दोस्त खलीक, पप्पू और शौकीन पर संदेह हो रहा है कि तीनों ने उसके पति की हत्या कर दी है। पुलिस ने तीनों युवकों को उठाकर उनसे कड़ाई से पूछताछ की तो उनका कहना था कि उन्हें कुछ नहीं पता है। अंतत: पुलिस ने मामले में तीनों साथियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करने का निर्णय लिया। इसके लिए हल्द्वानी मुंसिफ न्यायालय से अनुमति मागी गयी। न्यायालय ने लापता सादिक के दो साथियों से सहमति प्राप्त कर मामले में सीबीआइ की सेंट्रल फारेंसिक साइंस लैब नई दिल्ली में लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के आदेश दिये। इसके बाद कोतवाली लालकुआ से उपनिरीक्षक जयदीप नेगी सादिक के दो साथी पप्पू और शौकीन को लेकर दिल्ली पहुंचे, जहां उन्होंने दोनों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया, जिसका परिणाम आगामी 10 दिन के बाद आएगा। कोतवाल ने बताया कि इनका तीसरा साथी खलीक पिछले दो वर्षो से लापता है। उन्होंने बताया कि लापता सादिक और उसके सभी साथी अक्सर जेल जाते रहते थे। इसलिए पुलिस पूर्व में यह समझती रही कि सादिक भी किसी जेल में बंद हो सकता है। परंतु लंबा अंतराल हो जाने एवं पत्‍‌नी द्वारा अनहोनी की आशका के चलते पुलिस ने लाई डिटेक्टर टेस्ट का निर्णय लिया। लालकुआ कोतवाली क्षेत्र में पहली बार इस तरीके का टेस्ट हुआ है।

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