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पिथौरागढ़ में घर से आठ साल की बेटी को उठा ले गया तेंदुआ, रात भर चला सर्च ऑपरेशन, सुबह मिला शव

पिथौरागढ़ के बजेटी वार्ड के पाटा गांव निवासी पुष्कर के घर के भीतर रविवार देर शाम तेंदुआ घुस आया। वह आठ वर्षीय बेटी रश्मि को उठा ले गया। स्‍वजनों ने देखा तो कोहराम मच गया। शोर मचा तो ग्रामीण और परिजन उसके पीछे दौड़ पड़े।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 08:54 AM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 08:54 AM (IST)
पिथौरागढ़ में घर से आठ साल की बेटी को उठा ले गया तेंदुआ, रात भर चला सर्च ऑपरेशन, सुबह मिला शव
पिथौरागढ़ में आठ साल की बेटी को उठा ले गया तेंदुआ, रात भर चला सर्च ऑपरेशन, सुबह मिला शव

संवाद सूत्र, पिथौरागढ़ : पिथौरागढ़ के बजेटी वार्ड के पाटा गांव निवासी पुष्कर के घर के भीतर रविवार देर शाम तेंदुआ घुस आया। वह आठ वर्षीय बेटी रश्मि को उठा ले गया। स्‍वजनों ने देखा तो कोहराम मच गया। शोर मचा तो ग्रामीण और परिजन उसके पीछे दौड़ पड़े। अंधेरा होने के बावजूद ग्रामीण तेंदुए के पीछे भागे, लेकिन वह बच्ची को दबोचे हुए जंगल की तरफ भाग गया। सूचना मिलते ही वन विभाग और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। रात भर ग्रामीणों और वन‍ कर्मियों ने जंगल में सर्च अभियान चलाया। भोर में घर के पास ही झडि़यों से बालिका का शव बरामद कर लिया है। जिसके बाद से स्‍वजनों में कोहराम मचा हुआ है।

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पिथौरागढ़ नगर के आसपास बीते कुछ दिनों ने तेंदुए का आतंक बना हुआ था। गांव के आसपास उसे लोगों ने कई बार देखा था। वन विभाग को भी इसकी सूचना दी गई थी। लेकिन विभाग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। रविवार देर शाम नगर के बजेटी गांव निवासी पुष्कर के घर में तेंदुआ घुस आया और घर से आठ साल की बेटी को मुह में दबोच लिया। उसके कराहने पर स्‍वजन चिल्‍ला उठे, शोर सुनकर ग्रामीण भी दौड़ पड़े। उन्‍होंने तेंदुए का पीछा किया, लेकिन अंधेरा होने के कारण वह जंगल में गुम हो गया। घटना की सूचना फॉरेस्‍ट के अधिकारियों और कर्मचारियों को दी गई। जिसके बाद रात में ही मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। पूरी ग्रामीणों के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया गया। भोर में जाकर रश्मि क्षत-विक्षत शव घर के बगल में ही झाडि़यों के बीच मिला तो परिजनों में कोहराम मच गया।

आदमखोर घोषित किया जा सकता है तेंदुआ

बेटी की मौत के बाद से ग्रामीणों में रोष है। उनका कहना है कि जंगलात की नींद हमेशा ही वारदात होने के बाद ही टूटती है। काश समय से वन विभाग ने गांव के आसपास पिंजरा लगा दिया होता, जो आज हमारी बेटी हमोर बीच सुरक्षित होती। वन विभाग अब गांव में पिजरा लगाने की तैयारी कर रहा है। तेंदुए को आदमखोर भी घोषित किया जा सकता है, और शूट करने के लिए शिकारी बुलाए जा सकते हैं। ग्रामीणों ने पीडि़त परिवार को तत्‍काल मुआवजा देने की मांग की है। वहीं पुलिस-प्रशासन शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमार्टम की तैयारी कर रहा है।


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