राम के बाणों से रणभूमि में धराशाही हुआ लंकापति
युवा सामाजिक एवं सांस्कृतिक समिति की ओर से शीशमहल में आयोजित की रामलीला में रविवार को कुंभकर्ण मेघनाद एवं रावण वध का मंचन किया गया।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: युवा सामाजिक एवं सांस्कृतिक समिति की ओर से शीशमहल में आयोजित की जा रही रामलीला में रविवार को कुभंकर्ण, मेघनाद एवं रावण वध लीला का मंचन किया गया। साथ ही रावण के पचास फीट ऊंचे पुतले का दहन किया गया। साथ ही जोरदार आतिशबाजी की गई। मंच पर राम के पात्र की भूमिका में कृष्ण जोशी और रावण की भूमिका में उनके पिता प्रेम जोशी के अभिनय को दर्शकों ने खूब सराहा।
रविवार को शीशमहल में रामलीला देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी। राम-रावण युद्ध को देखने के लिए देर रात तक दर्शक आयोजन स्थल पर जुटे रहे। लीला के प्रथम दृश्य में कुंभकर्ण को नींद से जगाते लंका के सैनिक और रणभूमि में जाने से पहले अपने भाई रावण से संवाद करते कुंभकर्ण की लीला के मंचन ने दर्शकों को प्रभावित किया। कुंभकर्ण के मारे जाने के बाद रणभूमि में मेघनाद भी वीरगति को प्राप्त हो जाते हैं। अंत में रणभूमि में आए रावण का भी यही अंजाम हुआ। सत्य की जीत हुई और अधर्म पर धर्म की विजय की।
समिति के मीडिया प्रभारी कमल पपनै ने बताया कि सोमवार को राम राज्याभिषेक लीला का मंचन होगा। साथ ही सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष हरीश पांडे, महामंत्री नारायण दत्त, निर्देशक नीरज फुलारा, सुरेश तिवारी, नंदन बिष्ट, मोहन चंद, नवीन पांडे, पीडी जोशी, अनिल तिवारी, कौस्तुभानंद जोशी, हरीश जोशी, संजय बिष्ट, गणेश वर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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पीलीकोठी में सीता हरण लीला का मंचन
हल्द्वानी: श्री आदर्श रामलीला कमेटी के तत्वावधान में पीलीकोठी मुखानी में आयोजित की जा रही रामलीला में रविवार को सीता हरण, राम-सुग्रीव मित्रता एवं बाली वध लीला का भावपूर्ण मंचन किया गया। इस दौरान शबरी के पात्र की भूमिका हिमांशु जोशी, सुग्रीव बने सुभाष शर्मा एवं बाली की भूमिका में अभय सिंह ने शानदार अभिनय किया। कमेटी के अध्यक्ष विशम्बर कांडपाल ने बताया कि सोमवार को लंका दहन लीला का मंचन होगा।