तीन जिंदगियों को लील जाने वाले आदमखोर को ढेर करने करने आएंगे विख्यात शिकारी लखपत
चार दिन में तीन लोगों की जान लेने वाले गुलदार का खात्मा करने के लिए गैरसैंण के उपखंड शिक्षाधिकारी व नामी शिकारी लखपत सिंह रावत कल तक पहुंच जाएंगे। उनके साथ बेटा अजय रावत भी आएगा। बंदूक चलाने में माहिर अजय फिलहाल ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : चार दिन में तीन लोगों की जान लेने वाले गुलदार का खात्मा करने के लिए गैरसैंण के उपखंड शिक्षाधिकारी व नामी शिकारी लखपत सिंह रावत कल तक पहुंच जाएंगे। उनके साथ बेटा अजय रावत भी आएगा। बंदूक चलाने में माहिर अजय फिलहाल ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात हैं। वह पिता के सहायक के तौर पर यहां आएंगे।
भीमताल विधानसभा क्षेत्र में चार दिन के अंदर गुलदार ने दो महिला व एक किशोरी को अपना निवाला बना लिया। बीस अक्टूबर को सबसे पहले 13 साल की नेहा फिर चंपा देवी और शनिवार को धैना गांव निवासी खिमूली देवी को गुलदार ने हमला कर मार डाला। लगातार हो रही घटनाओं को लेकर वन विभाग के प्रति स्थानीय ग्रामीणों में खासा आक्रोश है। उसके बावजूद महकमे ने स्थानीय बड़े शिकारियों को नहीं बुलाया। 25 अक्टूबर के अंक में दैनिक जागरण ने अफसरों की इस लापरवाही को प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद शिकारी लखपत को बुलाने की प्रक्रिया शुरू की गई। कल तक लखपत अपन बेटे संग भीमताल पहुंच जाएंगे।
दूसरी डिवीजन से परमिशन जरूरी
लखपत के आने के बावजूद एक विभागीय पेंच फंस रहा है। दरअसल, अभी नैनीताल वन प्रभाग ने उनसे संपर्क साधा है। पहली घटना यानी नेहा की मौत नैनीताल डिवीजन के जंगल में हुई थी। उसके बाद के दो मामले चंपावत वन प्रभाग में आते हैं। ऐसे में चंपावत डिवीजन के जंगल में घुसने के लिए एक और परमिशन की जरूरत पड़ेगी।