कुमाऊं विवि में बिना परीक्षा के जारी कर दी अंकतालिका
नैनीताल में कुमाऊं विवि की चूक की वजह से एक छात्र का भविष्य दांव पर लग गया है।
जासं, नैनीताल : कुमाऊं विवि की चूक की वजह से एक छात्र का भविष्य दांव पर लग गया है। विवि की गलतियों की वजह से छात्र को अंकतालिका के लिए विवि व डीएसबी परिसर में भटकना पड़ रहा है। अब कुलपति प्रो. एनके जोशी ने मामले में परीक्षा नियंत्रक से रिपोर्ट मांगी है।
डीएसबी वन विज्ञान छठे सेमेस्टर के छात्र रवि बुढ़लाकोटी का कहना है कि वह पिछले साल नवंबर से विवि के चक्कर काट रहा है। कहा कि नवंबर में तय तिथि को उसकी बैक पेपर की परीक्षा नहीं हुई। दो माह लगातार चक्कर काटने के बाद जनवरी में परीक्षा हुई, मगर आज तक अंकतालिका जारी नहीं की गई। जबकि बिना परीक्षा के 16 नवंबर को अंकतालिका जारी कर दी गई। जबकि परीक्षा जनवरी में हुई थी। इंटरनेट में जारी अंकतालिका में उसे उत्तीर्ण दिखाया गया है मगर विवि के समस्त काउंटरों व डीएसबी परिसर में अंकतालिका की मूल कापी नहीं मिल रही है। उसका कहना है कि 24 अक्टूबर को विवि की बीएड प्रवेश परीक्षा की अंतिम तिथि है। रवि ने गुरुवार को परीक्षा नियंत्रक को पत्र देकर कहा है कि रिजल्ट में गलत अंक चढ़ने क वजह से फेल दर्शाया गया है जबकि नेट में जारी रिजल्ट में पास दर्शाया गया है। छात्र नेता हरीश राणा का कहना है कि वह नवंबर माह से इस मामले के समाधान की मांग कर रहे हैं। रवि को वन विज्ञान छठे सेमेस्टर के द्वितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा छह जनवरी को हुई थी मगर दो माह पहले 16 नवंबर को ही अंकतालिका जारी कर दी। इस तरह के प्रकरणों से छात्र गलत कदम उठाने को मजबूर हो जाते हैं।