Janmashtami 2022: गृहस्थ गुरुवार को और वैष्णव शुक्रवार को मनाएंगे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, कान्हा के आगमन की तैयारी पूरी
shri krishna janmashtami गुरुवार सुबह से सप्तमी तिथि रहेगी। रात 921 बजे अष्टमी लगेगी। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्णपक्ष अष्टमी की रात 12 बजे हुआ था। शुक्रवार रात 1059 बजे अष्टमी समाप्त हो जाएगी। ऐसे में स्मार्त यानी गृहस्थ लोग गुरुवार को जन्माष्टमी मनाएंगे।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : krishna janmashtami भगवान श्रीकृष्ण के आगमन की तैयारी शुरू हो गई है। शहर के मंदिरों को भव्य तरीके से सजाया गया है।
प्राचीन श्रीराम मंदिर, श्री लटूरिया आश्रम राधाकृष्ण मंदिर, श्री सत्यनारायण मंदिर, पटेल चौक पिपलेश्वर महादेव मंदिर में दो दिवसीय जन्मोत्सव मनाए जाने की तैयारी है। आकर्षक झांकियां सजेंगी। आज रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण का जन्म होगा।
रामलीला मोहल्ला स्थित श्रीराम मंदिर में भगवान के श्रृंगार के लिए वृंदावन से विशेष पोशाक मंगाई गई है। व्यवस्थापक पंडित विवेक शर्मा ने बताया कि 18 व 19 अगस्त को भजन संध्या होगी। श्रीकृष्ण-राधारानी की झांकियां सजेंगी। अमन सांवरिया, प्रभाकर जोशी, अश्वनी श्रीवास्तव, शुभम भजन गायन करेंगे।
भगवान को 56 भोग लगेगा। डा. सतीश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि श्री लटूरिया आश्रम बरेली रोड में भजन संध्या होगी।
रात्रि 12 बजे जन्म के बाद बधाई गीत गाए जाएंगे। झांकी, दर्शन दोनों दिन कर सकेंगे। कालाढूंगी रोड श्री सत्यनारायण मंदिर में झांकियां सजेंगी। पटेल चौक में आयोजन के लिए पंडाल तैयार हो चुका है।
आज होगा जन्माष्टमी व्रत
ज्योतिषाचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी ने बताया कि गुरुवार सुबह से सप्तमी तिथि रहेगी। रात 9:21 बजे अष्टमी लगेगी। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्णपक्ष अष्टमी की रात 12 बजे हुआ था।
शुक्रवार रात 10:59 बजे अष्टमी समाप्त हो जाएगी। ऐसे में स्मार्त यानी गृहस्थ लोग गुरुवार को जन्माष्टमी मनाएंगे। वैष्णव यानी साधु-सन्यासी शुक्रवार को जन्माष्टमी मनाएंगे।