श्रद्धाजंलि : जेठमलानी ने कहा था - बार एसोसिएशन से नाता टूटने पर ही रिटायर होता है अधिवक्ता
पूर्व कानून व शहरी विकास मंत्री सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष रहे मशहूर वकील राम जेठमलानी के निधन से अधिवक्ता व बुद्धिजीवी तबके में शोक छा गया है।
नैनीताल, जेएनएन : पूर्व कानून व शहरी विकास मंत्री, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष रहे मशहूर वकील राम जेठमलानी के निधन से अधिवक्ता व बुद्धिजीवी तबके में शोक छा गया है। उन्होंने नैनीताल के अधिवक्ताओं को फिट रहने की सलाह दी थी। साथ ही कहा था कि बार एसोसिएशन से नाता टूटने पर ही अधिवक्ता रिटायर होता है, उससे पहले नहीं।
जेठमलानी से नैनीताल हाईकोर्ट की यादें भी जुड़ी रही हैं। वह 2012 में राज्य के चर्चित स्टूर्जिया घोटाला मामले में एक न्यूज चैनल के संचालक के खिलाफ जारी वारंट से संबंधित केस की पैरवी में हाई कोर्ट आये। जबकि 2015 -16 में बार एशोसिएशन की ओर से उनका अभिनंदन किया गया। इस दौरान उन्होंने खुद के फिट रहने का राज बताने के साथ ही अधिवक्ताओं से फिट रहने के लिए नियमित व्यायाम करने की सीख दी थी। 2017 में उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के जनता दरबार में अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा के के चर्चित मामले में उनका केस मुफ्त लडऩे की पेशकश की थी। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष के चुनाव में 2010 में वरिष्ठ अधिवक्ता व पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र पाल छह दिन तक वोट देने व प्रचार में दिल्ली रहे। डॉ.पाल बताते हैं जीतने के दस दिन तक पार्टियां होती रहीं। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष, एमसी पंत, केएस बोरा, सैयद नदीम मून, डीके शर्मा, पूर्व सचिव कमलेश तिवारी व संदीप तिवारी समेत अन्य अधिवक्ताओं ने उनके निधन को अधिवक्ता समाज व देश के लिए गहरा आघात करार देते हुए श्रद्धांजलि दी है।
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