निकाय चुनाव में जनता से जुड़े मुद्दों का 'पंच'
इस बार निकाय चुनाव दिलचस्प होगा। सीमा विस्तार के बाद ग्रामीण आबादी का बड़ा हिस्सा अब शहरी हो चुका है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: इस बार निकाय चुनाव दिलचस्प होगा। सीमा विस्तार के बाद ग्रामीण आबादी का बड़ा हिस्सा अब शहरी हो चुका है। ऐसे में लोगों की समस्याओं व चुनावी मुद्दों का दायरा भी बढ़ा हो चुका है। प्रदेश की राजनीति में दून के बाद हल्द्वानी निकाय का ही नंबर आता है। ऐसे में मेयर व पार्षद पद के उम्मीदवारों के सामने जनता से जुड़े कुछ खास मुद्दे हावी रहेंगे। आइएसबीटी
अंतरराज्यीय बस अड्डा हल्द्वानी समेत पूरे कुमाऊं का अहम प्रोजेक्ट है। गौलापार में निर्माण कार्य रोकने के बाद सरकार ने तीनपानी की जमीन चिह्नित करने की बात कही, लेकिन धरातल पर प्रक्रिया शुरू नहीं की। शहर के इस बड़े प्रोजेक्ट को लेकर एक बार कांग्रेस भी मुखर हुई, लेकिन बाद में शांत हो गई। ट्रंचिंग ग्राउंड
इंदिरानगर बाइपास स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड का मामला सुर्खियों में है। स्थानीय लोगों ने लगातार इसके लिए आंदोलन किया। लंबी कवायद के बाद इसे स्वीकृति मिल गई थी। हालांकि खर्चे का आंकलन करने के बाद निगम इसे पीपीपी मोड में चलाना चाहता है। फाइल पर अंतिम मुहर शासन को लगानी है। पार्किंग
हल्द्वानी में गाड़ियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। उसके बावजूद शहर में एक अदद पार्किंग नहीं है। सड़क किनारे इधर-उधर गाड़ी खड़ी करने की वजह से जाम की स्थिति बन जाती है। वर्तमान में पार्किंग शहर का अहम मुद्दा है। अतिक्रमण व सफाई
अतिक्रमण व सफाई का मुदद सबसे अहम है। बाजार व मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण को लेकर बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। इसके अलावा वार्ड में गंदगी को लेकर भी अक्सर शिकायतें रहती है। हालांकि कुछ समय पूर्व डोर टू डोर कलेक्शन से निगम ने व्यवस्था को सुधारने का प्रयास किया था।