सरकार की नीति के कारण ही निवेशक कतरा रहे हैं निवेश करने से
उत्तराखंड में निवेश करने वाले अधिकांश निवेशकों का मानना था कि सरकार की नीति के कारण ही आज निवेश करने से निवेशक कतरा रहे हैं।
भीमताल, [राकेश सनवाल]: जहां एक ओर सरकार उत्तराखंड में अधिक से अधिक निवेशकों को लाने का प्रयास कर रही है, वहीं पुराने निवेशकों में अपने निवेश को लेकर गंभीरता झलकने लगी है। सम्मेलन में पहुंचे अधिकांश निवेशकों में अपने निवेश को लेकर भय साफ झलक रहा था। इनमें से अधिकांश का मानना था कि सरकार की नीति के कारण ही आज निवेश करने से निवेशक कतरा रहे हैं।
इन कारोबारियों का कहना है कि सरकार सभी निवेशकों के साथ समान कार्य करे। जहां नए निवेशकों का स्वागत हो रहा है, वहीं पुराने निवेशकों के प्रति भी उतना ही सजग रहना होगा। पुराने निवेशको को दिए सरकार के सभी आश्वासन पूरे नहीं हुए। सरकार ने अब तक पांच सौ करोड़ हजार करोड़ के निवेश के लिए नीति तो बना ली है, पर जिन निवेशकों ने उत्तराखंड की नींव रखी, उन्हें सरकार ने भुला दिया है। इन कारोबारियों ने सरकार से सभी निवेशकों के लिए समान नजरिया रखने की बात कही।
मुख्यमंत्री से सीधी वार्ता के दौरान रामनगर के होटल कारोबारी गिरीश मिलकानी ने सवाल किया कि सरकार एक तरफ पर्यटन बढ़ाने की बात कर रही है तो दूसरी तरफ वह उच्च न्यायालय में जिम कॉर्बेट और उससे लगे कारोबार की पैरवी ठीक तरह से नहीं कर रही है। फिल्म उद्योग से जुड़े एसएस नेगी ने सरकार से फिल्म को उद्योग का दर्जा देने में देरी होने का जवाब मांगा। बताया कि उद्योग का दर्जा मिलेगा तो अनुदान भी मिलेगा, तभी लोगों को रोजगार भी मिलेंगे।
अनामिका फिल्म के मालिक सुदर्शन साह ने मुख्यमंत्री को उत्तराखंड के लिए फिल्म निर्माण के लिए पांच सौ करोड़ की योजना दी। नैनीताल के होटल स्वामी दिग्विजय सिंह बिष्ट ने पर्वतीय क्षेत्रों के कारोबारियों के लिए भी योजनाएं चलाने की मांग की।
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