रोडवेज के सामने ही सड़क पर अवैध स्टैंड, प्रशासन है आंख मूंदे
शहर में टैक्सी व निजी बसों का स्थायी स्टैंड होने के बाद भी परिवहन निगम के डिपो के चारों तरफ निजी वाहनों का जमावड़ा लगा दिखाई देना आम बात हो गई हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : शहर में टैक्सी व निजी बसों का स्थायी स्टैंड होने के बाद भी परिवहन निगम के डिपो के चारों तरफ निजी वाहनों का जमावड़ा लगा दिखाई देना आम बात हो गई हैं। जिस कारण आएदिन रोडवेज के पास जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं निजी वाहनों द्वारा रोडवेज के पास वाहन खड़ाकर सवारियां उठाने से परिवहन निगम को हर महीने करीब लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा हैं। लेकिन इसके बाद भी रोडवेज प्रबंधन व स्थानीय प्रशासन इसके प्रति किसी भी तरह की ठोस कदम उठाते हुए नजर नहीं आ रहा हैं। दरअसल रोडवेज और स्थानीय प्रशासन के आंखों के सामने अवैध रूप से सवारियां उठाकर परिवहन विभाग को हर माह लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा हैं। लेकिन आजतक इन निजी वाहन स्वामियों के प्रति कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा हैं। जिससे इन निजी वाहन मालिकों का साहस इतना बढ़ गया है कि अब उन्हें न ही तो किसी अधिकारी न किसी प्रशासन का कोई भय रह गया हैं। वहीं निजी वाहन स्वामियों द्वारा खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाकर सवारियां उठाना कही न कही प्रशासन व प्रबंधक की कार्यशैली पर संदेह पैदा करती हैं।
नियम -
परिवहन निगम के नियम तहत किसी भी रोडवेज स्टैंड के एक किमी के दायरे में किसी भी निजी वाहनों का सवारी बैठाना नियमों के खिलाफ हैं।
यशपाल सिंह, परिवहन निगम आरएम कुमाऊं ने बताया कि रोडवेज परिसर के पास से निजी वाहनों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कई बार अभियान चलाया जाता हैं। जिसमें गलत पाए जाने वाले वाहनों का चलान भी किया जाता हैं। लेकिन स्थिति कुछ दिन बाद फिर जस की तस बन जाती हैं। इसलिए निगम ने इस मामले में स्थानीय प्रशासन से भी मदद मांगी हैं। जिससे स्थिति पर काबू पाया जा सके।
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