सिख फॉर जस्टिस पर प्रतिबंध के बाद खुफिया और पुलिस सतर्क, सोशल मीडिया पर नजर
सिख फॉर जस्टिस पर प्रतिबंध लगने की प्रक्रिया के तहत डीएम और एसएसपी कार्यालय के साथ ही थानों में चस्पा नोटिस के बाद पुलिस और खुफिया विभाग सतर्क हो गया है।
रुद्रपुर, जेएनएन : सिख फॉर जस्टिस पर प्रतिबंध लगने की प्रक्रिया के तहत डीएम और एसएसपी कार्यालय के साथ ही थानों में चस्पा नोटिस के बाद पुलिस और खुफिया विभाग सतर्क हो गया है। इसके तहत खुफिया एजेंसियां सोशल मीडिया के ट्वीटर, फेसबुक और व्हाटसएप ग्रुप पर संगठन से संबंधित पोस्ट पर नजर रखे हुए हैं।
तराई क्षेत्र में 90 के दशक में खालिस्तान से जुड़ी आतंकी गतिविधियां रही। हालांकि बाद में तराई से खालिस्तान का पतन हो गया लेकिन धीरे धीरे अब खालिस्तान और ङ्क्षभडरवाला के समर्थन में सोशल मीडिया में काफी सक्रियता देखी जा रही है। इस मामले में पुलिस और खुफिया विभाग ने खटीमा में खालिस्तान समर्थन में चल रहा वाट््सएप ग्रुप का खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद बाजपुर, रुद्रपुर, सितारगंज थाना क्षेत्र के साथ ही बाजपुर, गदरपुर के बाद दिनेशपुर में सोशल मीडिया में खालिस्तान समर्थन में पोस्ट टैग करने वाले युवक को चिह्नित कर उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। जुलाई माह में भारत सरकार ने खालिस्तान समर्थक समूह सिख फॉर जस्टिस पर प्रतिबंध लगाने के आदेश के बाद रविवार को ऊधमसिंह नगर में भी प्रतिबंध लगने की प्रक्रिया के तहत डीएम और एसएसपी कार्यालय के साथ ही थानों में नोटिस चस्पा किए गए थे।
टी-शर्ट पहने युवक की नहीं हुई पहचान
एक माह पहले रुद्रपुर बाजार में भिंडरवाला टी-शर्ट पहने युवक की पहचान पुलिस नहीं कर पाई है। दरअसल, 14 जुलाई को शहर में एक युवक भिंडरवाला की टी-शर्ट पहने हुए था। यह देख किसी ने पुलिस को सूचना दी। इसका पता चलते ही पुलिस और खुफिया विभाग के लोग मौके पर पहुंच गए लेकिन तब तक युवक जा चुका था। हालांकि, इस दौरान टी-शर्ट पहने युवक की फोटो पुलिस को मिल गई थी। इस पर पुलिस ने उसकी काफी तलाश की लेकिन नहीं मिला। इधर, एक माह से अधिक समय बीतने के बाद भी पुलिस भिंडरवाला की टी-शर्ट पहने युवक की पहचान नहीं कर पाई है।