Scholarship Scam Uttarakhand : मोबाइल कॉलिंग से शुरू हुई अभ्यर्थियों से पूछताछ
लॉकडाउन के चलते अधर में लटकी करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले की जांच अब एसआइटी मोबाइल कॉलिंग के जरिए करना शुरू कर दिया है।
रुद्रपुर, जेएनएन : लॉकडाउन के चलते अधर में लटकी छात्रवृत्ति घोटाले की जांच अब एसआइटी ने मोबाइल कॉङ्क्षलग के जरिए करना शुरू कर दिया है। इसके लिए बाहरी राज्यों में अध्ययन के दौरान छात्रवृत्ति लेने वाले चिह्नित अभ्यर्थियों के मोबाइल नंबर लेकर एसआइटी पूछताछ करने में जुट गई है। साथ ही उनके बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।
बता दें कि 2011-12 के एससी, एसटी और ओबीसी के छात्रों के लिए दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की पुष्टि होने पर एसआइटी का गठन कर जांच शुरू कर दी थी। साथ ही जिला समाज कल्याण विभाग से 2011 से 2019 तक के दशमोत्तर छात्रवृत्ति से जुड़े दस्तावेज मांगे थे। उसके आधार पर एसआइटी ने पहले चरण में बाहरी राज्यों के शैक्षिक संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों का भौतिक सत्यापन कर पूछताछ शुरू की थी। साक्ष्य के आधार पर एसआइटी ने जिले के जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, किच्छा, सितारगंज और खटीमा थाना क्षेत्र में 38 केस दर्ज कर 24 बिचौलियों को गिरफ्तार किया था। लेकिन इस बीच कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन घोषित हो गया था। जिससे जांच भी लटक गई थी। संक्रमण को देखते हुए एसआइटी टीम घर-घर जाकर छात्रों का भौतिक सत्यापन नहीं कर पाई थी।
एसआइटी सूत्रों के मुताबिक इधर, कोरोना संक्रमण के बीच मिली ढील के बाद एसआइटी ने जांच शुरू की तो संक्रमण का खतरा और बढ़ गया। ऐसे में अब एसआइटी बाहरी राज्यों और जिले में अध्ययनरत चिह्नित छात्रों से पूछताछ के लिए मोबाइल का सहारा ले लिया है। एसआइटी चिह्नित छात्रों के मोबाइल नंबरों पर कॉल कर छात्रवृत्ति से संबंधित पूछताछ कर साक्ष्य एकत्र करने में जुट गई है।
18 पर केस को संस्तुति का इंतजार
बाहरी राज्यों के 18 और कालेजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए एसआइटी ने पीएचक्यू को रिपोर्ट भेजी है। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक दो-तीन दिन में पीएचक्यू से मुकदमा दर्ज कराने की संस्तुति मिल जाएगी। इसके बाद एसआइटी संबंधित थानों में मुकदमा दर्ज कराएगी। साथ ही करीब 22 और कालेज की रिपोर्ट भी बाद में एसआइटी मुकदमा दर्ज कराने के लिए पीएचक्यू भेजेगी।
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