सीमांत में भारतीयों को अब नेपाल के नेटवर्क पर नहीं होना पड़ेगा निर्भर, बीएसएनएल ने बढ़ाई क्षमता
सीमांत में नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे भारतीयों को अब नेपाल के नेटवर्क पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित झूलाघाट के लोगों को बीएसएनएल ने राहत दी है। । बीएसएनएल ने झूलाघाट एक्सचेंज में 72 पोर्ट का नया कार्ड लगा दिया है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : सीमांत में नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे भारतीयों को अब नेपाल के नेटवर्क पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित झूलाघाट के लोगों को बीएसएनएल ने राहत दी है। बीएसएनएल ने झूलाघाट एक्सचेंज में 72 पोर्ट का नया कार्ड लगा दिया है। इससे मोबाइल के साथ ही लैंडलाइन सेवाओं की दिक्कत भी दूर हो जाने की संभावना है। नेटवर्क की समस्या के कारण स्थानीय लोगों को नेपाल की संचार कंपनियों को निर्भर रहना पड़ता था।
भारत और नेपाल के बीच सीमा रेखा बनाने वाली काली नदी के किनारे बसे झूलाघाट कस्बे में लंबे समय से संचार की दिक्कत आ रही थी। मकानों के भीतर नेटवर्क नहीं मिल पा रहा था। जिससे स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। वहीं बच्चों को भी ऑनलाइन पढ़ाई में असुविधा हो रही थी। कस्बे और आस-पास के दर्जनों गांवों के लोगों को मजबूरी में नेपाल की संचार कंपनियों के सिम खरीदने पड़ रहे थे। इससे भारतीय राजस्व को भी नुकसान हो रहा था।
संचार सेवा में आ रहे व्यवधान की शिकायत को देखते हुए उपमंडल अभियंता एसके साहू ने खुद झूलाघाट पहुंचकर समस्या देखी और उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बीते रोज झूलाघाट पहुंचे एसडीओ साहू ने एक्सचेंज में 72 पोर्ट का नया कार्ड स्थापित कर दिया। उन्होंने कहा कि नया पोर्ट लग जाने से अब क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क और लैंडलाइन सेवा में बाधा नहीं आएगी। सेवा को ओर बेहतर बनाने के प्रयास चल रहे हैं।