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New Year 2022 : नए साल में 80 हजार श्रद्धालुओं ने किए मां पूर्णागिरि के दर्शन, भीड़ के आगे व्यवस्था बौनी

New Year 2022 कोरोना के बाद पहली बार नए साल में मां पूर्णागिरि के दर्शन को इतनी अधिक संख्या में लोग पहुंचे हैं। यहां पर भक्तों की भीड़ के आगे प्रशासन की सारी व्यवस्था धरी रह गई। कोरोना के नियम पार्किंग की व्यवस्था सब ध्वस्त रही।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 01 Jan 2022 05:44 PM (IST)Updated: Sat, 01 Jan 2022 05:44 PM (IST)
New Year 2022 : नए साल में 80 हजार श्रद्धालुओं ने किए मां पूर्णागिरि के दर्शन, भीड़ के आगे व्यवस्था बौनी
New Year 2022 : प्रशासन को वैष्णव देवी में भगदड़ से सबक लेकर उचित इंतजाम व सख्ती करनी चाहिए।

जागरण संवाददाता, टनकपुर (चम्पावत) : सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि धाम में नव वर्ष के पहले दिन 80 हजार के करीब श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन कर वर्ष भर की खुशहाली के लिए मन्नत मांगी। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही के कारण प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाएं बौनी साबित हो गई। सुबह से ही पूर्णागिरि मार्ग पर जाम लगना शुरू होगा। यह स्थित शाम तक जारी रही। कोरोना के बाद पहली बार नए साल में मां पूर्णागिरि के दर्शन को इतनी अधिक संख्या में लोग पहुंचे हैं। यहां पर भक्तों की भीड़ के आगे प्रशासन की सारी व्यवस्था धरी रह गई। कोरोना के नियम, पार्किंग की व्यवस्था सब ध्वस्त रही। प्रशासन को वैष्णव देवी में भगदड़ से सबक लेकर उचित इंतजाम व सख्ती करनी चाहिए। अन्यथा कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

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 नायकगोठ, गेंडाखाली, उचौलीगोठ, ठूलीगाड़ व भैरव मंदिर में वाहनों की पार्किंग फुल होने के कारण  वाहनों को ककरालीगेट में ही रोकना पड़ा। हर वर्ष नव वर्ष के मौके पर मां पूर्णागिरि धाम में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए उमड़ते हैं। लेकिन इस बार काफी अधिक भीड़ पहुंच गई। कोरोना के कारण प्रशासन को इतनी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद नहीं थी। श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुक्रवार की शाम से ही शुरू हो गया था। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के अलावा विभिन्न राच्यों से श्रद्धालु मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन के लिए पहुंचे। श्रद्धालु ट्रेन, परिवहन निगम की बसों, चार्टर  बसों, निजी वाहनों व दो पहिया वाहनों से आए। ठूलीगाड़ से मां पूर्णागिरि धाम तक भारी भीड़ के कारण प्रशासन की व्यवस्थाएं कम पड़ गईं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मुख्य मंदिर में पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी।

कालिका मंदिर से मां पूर्णागिरि धाम तक बैरिकेटिंग लगाकर श्रदालुओं को बारी-बारी से मां के दर्शनों के लिए भेजा गया। पूर्णागिरि के दर्शन के बाद श्रद्धालु नेपाल केसिद्धबाबा मंदिर पहुंचे। इससे नेपाल का ब्रह्मदेव बाजार भी गुलजार रहा। उप जिलाधिकारी हिमांशु कफल्टिया, पुलिस उपाधीक्षक अविनाश वर्मा व कोतवाल हरपाल सिंह टीम के साथ पूर्णागिरि क्षेत्र में व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।  मां श्री पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन चंद्र तिवारी भी समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ व्यवस्थाओं में जुटे रहे। मंदिर समति के अध्यक्ष ने बताया कि शनिवार की शाम तक लगभग 80 हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे।

वैष्णोदेवी धाम में हुए हादसे के बाद सतर्क रहा प्रशासन

शुक्रवार की रात मां वैष्णोदेवी धाम में हुए दुखद हादसे के बाद प्रशासन मुस्तैद हो गया। अचानकआई श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मुख्य मंदिर में पुलिस फोर्स भेजकर श्रद्धालुओं को बारी-बारी से दर्शन कराए गए। श्रद्धालुओं ने भी घंटों लाइन में खड़े रहकर अपनी बारी की प्रतीक्षा कर प्रशासन का सहयोग किया।


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