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    उत्तराखंड के रामनगर में 25 हेक्टेयर सरकारी जमीन कराई अतिक्रमण मुक्त, एक साथ गरजे कई बुलडोजर

    Updated: Sun, 07 Dec 2025 06:35 PM (IST)

    रामनगर में तराई पश्चिमी वन प्रभाग ने पुलिस की सहायता से पुछड़ी गांव में 25 हेक्टेयर सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया। इस दौरान 52 कच्चे-पक्के मक ...और पढ़ें

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    52 कच्चे पक्के मकानों पर चले बुलडोजर। जागरण

    जागरण संवाददाता, रामनगर। पुछड़ी गांव में तराई पश्चिमी वन प्रभाग ने अपनी 25 हेक्टेयर सरकारी भूमि को पुलिस प्रशासन की मदद से अतिक्रमण मुक्त करा लिया है। 18 बुलडोजरों से 52 कच्चे पक्के मकानों को तोड़ा गया। इसमें करीब 15 पक्के मकान, चाहरदीवारी, टीनशेड एवं बाकी झोपड़ियां थी। निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे से भी नजर रखी गई।

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    अतिक्रमण स्थल पर आवाजाही रोकने को बेरिकेडिंग लगाए गए थे। नैनीताल जिले के पुलिस, प्रशासन वन विभाग के अफसर अपने अपने नौ सेक्टर में मुस्तैद नजर आए। प्रत्येक सेक्टर में एक साथ अतिक्रमण हटना शुरू हुआ। एक दो महिलाओं ने हंगामा करने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया था। तराई पश्चिमी वन प्रभाग की रामनगर रेंज के अंतर्गत पुछड़ी आरक्षित वन क्षेत्र में उत्तर प्रदेश व रामनगर के ही खताड़ी, गुलरघटटी, ऊंटपड़ाव आदि क्षेत्र के लोग यहां आकर रहने लगे थे। यह क्षेत्र डेमाेग्राफी चेंज के रूप में भी देखा जा रहा था।

    पुछड़ी में पहले चरण में 170 अतिक्रमण वन विभाग ने चिन्हित किए थे। उनके वन विभाग से बेदखली आदेश भी जारी हुए थे। जिसमें से करीब 40 लोग कोर्ट से स्टे ले आए थे। पहले चरण में ट्रचिंग ग्राउंड व बिहारी टप्पर क्षेत्र से 52 अतिक्रमण को हटाया गया। वन विभाग, पुलिस व प्रशासन के अफसरों ने दो तीन दिन पूर्व ही अतिक्रमण की पूरी कार्ययोजना बना ली थी। बनभुलपुरा की घटना से सबक लेते हुए इस बार पुलिस प्रशासन अपनी पूरी तैयारी, कार्ययोजना बनाकर एवं गांव की भौगोलिक स्थिति को समझकर पुछड़ी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के लिए उतरी।

    यही वजह रही कि पुलिस कर्मियों को कार्रवाई के दौरान पूरी तरह सजग रहने के लिए कहा गया था। रात में ही अतिक्रमण के लिए मैन पावर, 18 बुलडोजर, बैरियर व वाहन जुटा लिए थे। मैन पावर के रूप में पुलिस प्रशासन के तीन सौ लोग एवं रामनगर तराई, रामनगर वन प्रभाग, सोयल डिविजन व कार्बेट टाइगर रिजर्व के दो सौ कर्मचारी कार्रवाई में शामिल रहे। सुबह चार बजे से पुलिस, प्रशासन व वन विभाग के अफसर व लोग अतिक्रमण हटाने के लिए रवाना होते रहे।

    पुछड़ी में मुनादी कराकर लोगों को एक से डेढ़ घंटे का समय सामान बाहर रखने के लिए दिया गया। करीब सात बजे से बुलडोजरो ने अतिक्रमण पर गरजना शुरू किया। इसके बाद अलग-अलग जगह पर 18 बुलडोजरों से कच्चे पक्के मकान तोड़ने के साथ ही वन भूमि पर उगाई गई फसल नष्ट की गई। पूर्वान्ह 11 बजे तक अधिकांश जगह पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पूरी हो गई थी। दोपहर बाद अफसर व फोर्स पुछड़ी से 

    काम आया पहले का होमवर्क

    रामनगर: इतने लंबे चौड़े क्षेत्र से एक साथ अतिक्रमण हटाने की यह पहली कार्रवाई है। हालांकि पहले ही वन विभाग, पुलिस व प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का होमवर्क पूरा किया हुआ था। रविवार को हुई कार्रवाई में यही होमवर्क काम आया। जिस वजह से ज्यादा दिन अतिक्रमण की तैयारी करने में नहीं लगे।

    यह अधिकारी रहे मौजूद

    कार्रवाई के दौरान पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्रा, पुलिस अधीक्षक मनोज कत्याल, पुलिस अधीक्षक दीपशिखा सीओ सुमित पांडे, एडीएम नैनीताल विवेक राय, एसडीएम रामनगर प्रमोद कुमार, एसडीएम हल्द्वानी राहुल शाह, एसडीएम लालकुआं रेखा कोहली, हल्द्वानी नगर आयुक्त परितोष वर्मा, डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्या, डीएफओ मनीष जोशी, एसडीओ संदीप गिरी, एसडीओ किरण ग्वासाकोटी, एसडीओ अंकित बडोला, जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी, कोतवाल सुशील कुमार मौजूद रहे।