नैनीताल में धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माण, तीन भवन सील
कोरोना काल में अफसरों के दूसरे काम में लगने से अवैध निर्माणकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : कोरोना काल में अफसरों के दूसरे काम में लगने से अवैध निर्माण करने वालों के हौंसले बुलंद हैं। संवेदनशील पहाडि़यों को काटकर आशियाना बनाने का सिलसिला सा चल पड़ा है, मगर प्राधिकरण की कार्रवाई महज दिखावा साबित हो रही है।
शहर में बिना अनुमति निर्माण कार्यो के साथ ही भवन की मरम्मत कराने पर भी प्रतिबंध है। इसके बाद भी तमाम इलाकों में भवन निर्माण हो रहे हैं। प्राधिकरण की गश्त कम हुई तो लोगों ने रातों-रात भवन निर्मित कर लिए। शहर के सात नंबर, चार्टन लाज, अल्मा काटेज, बिड़ला क्षेत्र में निर्माणाधीन भवनों को सील करने के बाद भी पालीथिन आदि की आड़ में इसे अंदर ही पूरे कर दिए गए हैं। इसकी जानकारी पर शनिवार को टीम निरीक्षण करने पहुंची। प्राधिकरण ने सील किए तीन अवैध निर्माण
शनिवार को प्राधिकरण की टीम ने मल्लीताल राजमहल कंपाउंड क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान तीन अवैध निर्माण सील किए गए। कनिष्ठ अभियंता कमल जोशी ने बताया कि रविकांत, सुरेश राम और राजेश्वरी जायसवाल ने अवैध रूप से भवनों का निर्माण करा लिया था। इन्हें सील कर दिया गया है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। अधिकारी बोले, वन भूमि में वन विभाग करेगा कार्रवाई
क्षेत्र में निरीक्षण करने पहुंची प्राधिकरण की टीम को जब अन्य अवैध निर्माणकारियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पूछा गया तो वह जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते दिखे। भूमि को काटकर उसमें अवैध रूप से टिनशेड और भवन बनाये जाने पर उन्होंने जवाब दिया कि उक्त निर्माण कार्य वन विभाग की भूमि पर किए जा रहे हैं, जिसके लिए वन विभाग ही कार्रवाई करेगा।