Move to Jagran APP

आयुष्मान योजना से संबद्ध अस्पताल ने मरीज से वसूले साढ़ लाख, फिर भी नहीं किया डिस्चार्ज, मुकदमा दर्ज

आयुष्मान अस्पताल ने कोविड मरीज के इलाज का बिल सात लाख 67 हजार रुपये बिल बना दिया। मरीज के स्वजनों ने चार लाख चार हजार रुपये चुका भी दिए लेकिन अस्पताल पूरे सात लाख 67 हजार रुपये वसूलने पर तुला रहा और मरीज को डिस्चार्ज नहीं किया।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 20 May 2021 01:38 PM (IST)Updated: Thu, 20 May 2021 05:57 PM (IST)
आयुष्मान योजना से संबद्ध अस्पताल ने मरीज से वसूले साढ़ लाख, फिर भी नहीं किया डिस्चार्ज, मुकदमा दर्ज
आयुष्मान योजना से संबद्ध अस्पताल ने मरीज से वसूले साढ़ लाख, फिर भी नहीं किया डिस्चार्ज, मुकदमा दर्ज

काशीपुर, जागरण संवाददाता : आयुष्मान अस्पताल ने कोविड मरीज के इलाज का बिल सात लाख 67 हजार रुपये बिल बना दिया। मरीज के स्वजनों ने चार लाख चार हजार रुपये चुका भी दिए, लेकिन अस्पताल पूरे सात लाख 67 हजार रुपये वसूलने पर तुला रहा और मरीज को डिस्चार्ज नहीं किया। पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

loksabha election banner

काशीपुर निवासी चर्चित जिंदल ने बीते दिनों सीओ अक्षय प्रहलाद कोंड को शिकायती पत्र देकर बताया था कि उनके चाचा विपिन जिंदल की तबीयत खराब थी। जिस कारण उन्हें 23 अप्रैल को मुरादाबाद रोड स्थित आयुष्मान अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल ने उन्हें 20 हजार रुपये प्रतिदिन ऑक्सीजन बेड और 30 हजार रुपये वेंटीलेटर का चार्ज बताया। उन्होंने अस्पताल में इलाज शुरू करवा दिया। अस्पताल ने 15 मई को उनका डिस्चार्ज बनाया तो सात लाख 67 हजार रुपये का बिल उन्हें पकड़ा दिया। वह चार लाख चार हजार रुपये पहले ही जमा कर चुके हैं।

दवाइयों के लिए डेढ़ लाख रुपये वह अलग से पहले ही दे चुके हैं। इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन उनके चाचा को डिस्चार्ज नहीं कर रहा है। उनसे तीन लाख 67 हजार रुपये और मांगे जा रहे हैं। शिकायत मिलने के बाद सीओ अक्षय प्रहलाद कोंडे ने प्रारंभिक जांच कराई तो आरोपों को बल मिलता प्रतीत हुआ। ऐसे में सीओ के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने गुरुवार देर रात घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली। विवेचक बांसफोड़ान चौकी इंचार्ज रविंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। वादी के चाचा विपिन जिंदल सीओ सर से शिकायत होने के बाद चार दिन पहले अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.