होम स्टे को पंख लगाएगी दारमा घाटी
कुमाऊं मंडल विकास निगम होम स्टे योजना को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भी विकसित करेगा। फिलहाल उच्च हिमालयी क्षेत्र के पांच गांवों का चयन किया गया है।
नैनीताल, [जेएनएन]: होम स्टे की सफलता को देखते हुए कुमाऊं मंडल विकास निगम इस योजना को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भी विकसित करेगा। खास बात होगी कि यहां पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जनजातीय सर्किट विकसित किया जाएगा। इसके तहत जनजातियों की लोककला, संस्कृति व खानपान को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय लोगों को प्रशिक्षित कर रोजगार सृजित किया जाएगा। फिलहाल उच्च हिमालयी क्षेत्र के पांच गांवों का चयन किया गया है। मुनस्यारी के सिरमोली में प्रशिक्षण देना भी निगम ने शुरू कर दिया है।
पांच सौ घरों को जोड़ने का लक्ष्य
केएमवीएन ने फिलहाल पांच सौ घरों को इससे जोडऩे का लक्ष्य तय किया है, जिसमें से 87 का पंजीकरण हो चुका है। इनका विवरण वेबसाइट पर होगा और मॉनिटरिंग होगी निगम के धारचूला टीआरसी से। दुग्तू, दातू, बालिंग, नागलिंग में पर्यटकों की विजिट शुरू भी हो चुकी है।
ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा सिक्किम व नेपाल
केएमवीएन के प्रबंध निदेशक धीराज गब्र्याल ने बताया कि होम स्टे योजना के तहत चयनित मकानों का निगम अपने खर्च पर रिनोवेशन करा रहा है। इससे जुड़े ग्रामीणों को प्रशिक्षण के लिए पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम अथवा पोखरा, नेपाल भी भेजा जाएगा। इन स्थानों पर होम स्टे योजना खासी सफल रही है।
गुंजी में अब तीन रात ठहरेगा दल
होम स्टे योजना को प्रोत्साहन देने के मकसद से इस बार कैलास मानसरोवर यात्री पिथौरागढ़ से उड़ान भर गूंजी पहुंचेंगे और वहां अब दो के बजाय तीन रात ठहरेंगे। यात्रियों को एक दिन आसपास के गांवों के खूबसूरत स्थानों से रूबरू कराया जाएगा। कैलास यात्रियों का गुंजी में चिकित्सकीय परीक्षण होता है।
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