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हर्षित सचदेवा के पहाड़ी नूण का कायल हुआ हिन्दुस्तान साल्ट, उनकी कंपनी को बनाया एक्जीक्यूटिव पार्टनर

पीएम नरेंद्र मोदी ने स्टार्टअप को देश का भविष्य बताया था। काशीपुर आइआइएम से प्रशिक्षित हर्षित सचदेवा इसी सपने को साकार कर रहे हैं। उन्होंने 10 हजार रुपए से पहाड़ी नूण (नमक) पर बेस्ड स्टार्टअप की शुरुआत कर साल भर में टर्नओवर 15 लाख तक पहुंचा दिया।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 13 Jul 2021 08:16 AM (IST)Updated: Tue, 13 Jul 2021 08:16 AM (IST)
हर्षित सचदेवा के पहाड़ी नूण का कायल हुआ हिन्दुस्तान साल्ट, उनकी कंपनी को बनाया एक्जीक्यूटिव पार्टनर
हर्षित सचदेवा के पहाड़ी नूण का कायल हुआ हिन्दुस्तान साल्ट, उनकी कंपनी को बनाया एक्जीक्यूटिव पार्टनर

अभय पांडेय, काशीपुर : पीएम नरेंद्र मोदी ने स्टार्टअप को देश का भविष्य बताया था। काशीपुर आइआइएम से प्रशिक्षित हर्षित सचदेवा इसी सपने को साकार कर रहे हैं। उन्होंने 10 हजार रुपए से पहाड़ी नूण (नमक) पर बेस्ड स्टार्टअप की शुरुआत कर साल भर में टर्नओवर 15 लाख तक पहुंचा दिया। अब भारत सरकार के उपक्रम हिन्दुस्तान साल्ट लिमिटेड ने अपने छह नए उत्पादों की मार्केटिंग एवं बिक्री के लिए हर्षित की कंपनी हिमशक्ति साल्ट को एक्जीक्यूटिव पार्टनर बनाया है।

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निरंजनपुर देहरादून निवासी हर्षित सचदेवा ने 2018 में आइआइएम काशीपुर से ट्रेनिंग लेने के बाद पहाड़ी नूण से स्टार्टअप शुरू करने की तैयारी की। गांव की नौ महिलाओं के साथ पहाड़ी नूण तैयार करना शुरू किया। धीरे-धीरे उनके द्वारा तैयार नमक लोगों को पसंद आने लगा तो काम भी बढ़ता गया। अमेजन पर ऑनलाइन बिक्री के साथ-साथ अमेरिका, फ्रांस व ब्रिटेन से परिचितों के माध्यम से आर्डर मिलने लगे। इसके बाद क्षेत्र की करीब सौ महिलाएं नमक के साथ-साथ हर्बल टी व हल्दी के उत्पादन से प्रतिमाह पांच से सात हजार रुपये की कमाई कर रही हैं। मार्केटिंग समेत अन्य कार्यों के लिए 20 से अधिक युवा रोजगार पा रहे हैं।

हर्षित की कंपनी हिमशक्ति साल्ट जीरा, अदरक, लहसुन, तिल, भंगीरा, अलसी, काली जीरा आदि के साथ सिलबट्टे पर पीसा नमक तैयार कर रही है। हाल में भारत सरकार के उपक्रम हिन्दुस्तान साल्ट लिमिटेड के छह नये उत्पादों झार, सांभर, शाकंबरी, वृताहार, फिट बैलेंस प्लस और काला नमक आदि की वर्चुअल लांचिंग बतौर एक्जीक्यूटिव पार्टनर हर्षित की कंपनी कर चुकी है। हर्षित कहते हैं कि 10 हजार से शुरू किया गया स्टार्टअप इस समय 10-15 लाख सालाना टर्नओवर पर आ गया है। हिंदुस्तान साल्ट के साथ करार के बाद अब इस साल का लक्ष्य एक से पांच करोड़ के टर्नओवर का रखा है।

पाकिस्तान की जगह राजस्थान के ङ्क्षपक नमक का इस्तेमाल

हर्षित ने बताया कि हमें रॉ मेटेरियल के रूप में सेहतमंद नमक की तलाश थी। एक्सपर्ट के मुताबिक ङ्क्षपक हिमालयन साल्ट यानी सेंधा नमक सेहतमंद है और यह ज्यादातर पाकिस्तान से मंगाया जाता है। इसके बेहतर विकल्प के रूप में राजस्थान की सांभर झील से मिलने वाले नमक का हमने का हमने प्रयोग किया।

भारतीय नमक को देंगे ग्लोबल पहचान

हिंदुस्तान साल्ट लिमिटेड के सीएमडी कमांडर कमलेश कुमार का कहना है कि हर्षित की कंपनी हिमशक्ति के साथ भारतीय नमक को ग्लोबल पहचान दिलाने का प्रयास किया जाएगा। हमने मार्केटिंग, ब्रांडिंग और सेल्स का काम हिमशक्ति को सौंपा है। शुरुआती तौर पर छह प्रकार का नमक लांच किया गया है।


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