तल्ला जोहार में बादल फटने से भारी तबाही, मकान के मलबे में दबकर एक की मौत, तीन महिलाएं घायल
मुनस्यारी विकास खंड के तल्ला जोहार में रामगंगा नदी घाटी से भुजगड़ नदी घाटी के मध्य बादल फटने से भारी तबाही मची है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : शुक्रवार की रात्रि मुनस्यारी विकास खंड के तल्ला जोहार में रामगंगा नदी घाटी से भुजगड़ नदी घाटी के मध्य बादल फटने से भारी तबाही मची है। टिमटिया गांव में एक मकान के मलबे में दबने से एक की मौत हो गई , दो महिलाएं घायल हो गई। ग्रामीणों ने दोनों घायल महिलाओं को मलबे से निकाला। राया गांव में भी मकान के मलबे में दबने से एक महिला घायल हो गई। एक दर्जन से अधिक जानवर मलबे में जिंदा दफन हो गए है। एक मैक्स जीप और दो मोटरसाइकिल भुजगड़ नदी में बह गई हैं। तीन दर्जन के आसपास मकान तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त हो गए है तो करीब इतने ही मकान खतरे की जद में आ चुके हैं। रामगंगा और भुजगड़ नदियों का जलस्तर चेतावनी स्तर से ऊपर बह रहा है।
क्षेत्र के सभी मोटर मार्ग और पैदल मार्ग बह चुके हैं। थल-मुनस्यारी मोटर मार्ग रातीगाड़ के पास कई मीटर बह कर रामगंगा नदी में बह गई है। गिनी बैंड के पास विशाल बोल्डर गिर चुका है। मार्ग के दो से तीन दिन तक बंद रहने के आसार हैं। विद्यालयों तक जाने वाले मार्ग क्षतिग्रस्त होने से बच्चे विद्यालयों तक नहीं पहुंच पाए। रसियाबगड़ का पंचायत घर खतरे में आ चुका है। गांवों के बीच नाले बह रहे हैं। चारों तरफ तबाही के मंजर नजर आ रहे हैं। जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है।
शुक्रवार की रात को क्षेत्र में हल्की बारिश हो रही थी परंतु बादलों की गडग़ड़ाहट और आकाशीय बिजली की गर्जना से पूरा क्षेत्र थर्रा रहा था। रात्रि लगभग दो बजे से रामगंगा नदी घाटी से भुजगड़ नदी के मध्य लगभग सौ किमी क्षेत्र में मूसलाधार वर्षा हुई। रामगंगा घाटी में क्वीटी, तेजम से लेकर भुजगड़ नदी घाटी के बांसबगड़ तक का क्षेत्र इसकी चपेट में आ गया। रात्रि लगभग पौने तीन बजे के आसपास टिमटिया गांव में पहाड़ की तरफ से पानी और मलबे का सैलाब आया जो राम सिंह के मकान को बहा ले गया। पलक झपकते ही मकान ध्वस्त हो गया। मलबे में दब कर राम सिंह उम्र 60 वर्ष पुत्र दयान सिंह की मलबे में दब कर मौत हो गई। राम सिंह की पत्नी धनी देवी 55 वर्ष और एक अन्य महिला चंद्रा देवी 50 वर्ष मलबे में दब गए।
बाद में ग्रामीणों ने मलबे में दबे लोगों को निकाला जिसमें राम सिंह की मौत हो गई। ग्रामीणों ने दोनों महिलाओं को मलबे निकाला, जिसमें धनी देवी को काफी अधिक चोट है। दोनों महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया गया। धनी देवी भर्तीे है। चंद्रा देवी को छुट्टी दे दी गई। इसी दौरान कोट्यूड़ा के गोकुल धुरा गांव में खीमा देवी पत्नी रमेश सिंह का मकान ध्वस्त हो गया। परिवार जन बाहर निकल गए परंतु पांच जानवर मलबे में दब गए जिसमें कुछ जानवरों को निकाल लिया गया है।
हुपुली गांव में सड़क किनारे खड़ी एक मैक्स जीप और दो मोटर साइकिल भुजगड़ नदी में बह गई। नदी के कटाव से सड़क के पास तक नदी का जलस्तर पहुंच गया और वाहन तेज बहाव की चपेट में आकर बह गई। कई मकान हवा में लटक चुके हैं। परिवारजनों ने मकान छोड़ दिए हैं। मार्ग बंद होने के कारण घंटों बाद राहत और बचाव दल क्षेत्र में पहुंच सका। थल-मुनस्यारी मार्ग में नाचनी के पास भुजगड़ नदी पर बने मोटर पुल को खतरा हो चुका है। राया बजेता गांव में मलबे की चपेट में आने से चम्पा देवी घायल हुई है। इन गांवों तक बचाव एवं राहत दल के पहुंचने में काफी देर लगेगी। आपदा बचाव एवं राहत दल सहित प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस, एसडीआरएफ, विधायक नदी, नालों को पार कर क्षेत्र में पहुंचे हैं। कई गांवों का सम्पर्क कटा हुआ है।
सभी विद्यालय बंद, कुछ देर के लिए खुला राइंका नाचनी
बादल फटने से आई तबाही से सड़कों के अलावा पैदल मार्ग ध्वस्त हो चुके हैं। गांवों में केवल नालों का शोर सुनाई दे रहा है। गांवों में एक मकान से तोक गांवों तक जाने के लिए मार्ग नहीं है। जिसे देखते हुए शनिवार को क्षेत्र के सभी विद्यालय बंद रखे गए। केवल राइंका नाचनी कुछ देर के लिए खुला जिसमें बच्चों की संख्या अंगुलियों में गिनने भर रही। विद्यालय बंद कर दिया गया।
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