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हरदा बोले, गैरसैंण को तो सरकार ने ग्राष्मकालीन राजधानी तो घोषित कर दी पर विकास नहीं किया

गैरसैंण राजधानी के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने प्रदेश सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 08:02 AM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 08:02 AM (IST)
हरदा बोले, गैरसैंण को तो सरकार ने ग्राष्मकालीन राजधानी तो घोषित कर दी पर विकास नहीं किया
हरदा बोले, गैरसैंण को तो सरकार ने ग्राष्मकालीन राजधानी तो घोषित कर दी पर विकास नहीं किया

चौखुटिया, जेएनएन : गैरसैंण राजधानी के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने प्रदेश सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है। उन्होंने रविवार को कहा कि गैरसैंण को राजधानी घोषित किए तीन माह हो गए, मगर राज्य सरकार अभी तक वहां ढांचागत सुविधाओं का विकास नहीं कर पाई है। इसलिए अब वह स्वयं गैरसैंण जाकर ग्रीष्मकालीन सरकार के दर्शन व उसके कामकाज की समीक्षा कर पूरे हालात से उत्तराखंड को रूबरू कराएंगे। इस बीच भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा- 'त्रिवेंद्र रावत जी बताओ कां छू हमर ग्रीष्मकालीन राजधानी।'  

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गैरसैंण जाते समय पूर्व सीएम यहां क्रांतिवीर चौराहे पर पत्रकारों से मुखातिब हुए। इससे पूर्व पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। रावत ने गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी को लेकर भाजपा सरकार पर कई सवाल खड़े किए। कहा कि 15 सितंबर को ग्रीष्मकाल समाप्त हो रहा है, लेकिन गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी के नाम पर कोई भी तैयारी नहीं है। सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि सही मायने में ग्रीष्मकालीन राजधानी कहां है।  

स्थायी राजधानी बनाने का संकल्प

हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस विधानमंडल दल ने एक स्वर से गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने का संकल्प लिया है। सभी ढांचागत सुविधाओं का विकास कर वर्ष 2022 तक उसे स्थायी राजधानी बनाएंगे।


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