Haldwani News : नलकूप क्षतिग्रस्त होने के कारण 20 दिनों से गौलापार में पानी का संकट
Haldwani Water Crisis गौलापार में नलकूप क्षतिग्रस्त होने के कारण 20 दिनों से लोगों के हलक सूखे हैं तो वहीं दूसरी ओर लामाचौड़ के सैफीफार्म में नलकूप की मोटर खराब होने के कारण पिछले चार दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Haldwani Water Crisis : गौलापार में नलकूप क्षतिग्रस्त होने के कारण 20 दिनों से लोगों के हलक सूखे हैं तो वहीं दूसरी ओर लामाचौड़ के सैफीफार्म में नलकूप की मोटर खराब होने के कारण पिछले चार दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप है। जिससे करीब सात हजार से अधिक आबादी प्रभावित हो रही है।
गौलापार में नलकूप संख्या 149 एचजी में पंप हाउस भीतर से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिसमें चूहे के बिल बन गए हैं। इसके साथ ही सांप, कोबरा ने अपना घर बना दिया है, जिस वजह से नलकूप संचालन पंप को चालू नहीं कर पा रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक नलकूप की मरम्मत के लिए अधिशासी अभियंता को लिखित में सूचना दी गई।
लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिस वजह से देवला तल्ला क्षेत्र के ग्रामीण पानी के बिना परेशान हो गए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यदि विभाग ने कार्यवाही नहीं की तो वह आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। नलकूप संचालनक प्रतिपाल सिंह का कहना है कि पंप हाउस में नया फर्श डालने का काम होना है। वहां पर सांप आदि के कारण नलकूप संचालित कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है।
विभाग की लापरवाही से लोगों को भीषण गर्मी में पानी नहीं मिल पा रहा है। नलकूप की मरम्मत नहीं की गई तो ग्रामीणों के साथ आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। - हरेंद्र क्वीरा
पिछले कई दिनों से नलकूप ठप होने के कारण पेयजल की दिक्कत के साथ ही खेतों की सिंचाई भी नहीं हो पा रही है। जिससे खेती को काफी नुकसान पहुंच गया है। - बालम सिंह रावत
नलकूप की मरम्मत को लेकर नलकूप खंड के अधिकारियों को पत्र सौंपा गया, परंतु विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंगा। जिसका खामियाजा हम भुगत रहे हैं। - बालम सिंह नौला
आयुक्त ने किया सिंचाई नहर का निरीक्षण
गौलापार स्थित क्षतिग्रस्त सिंचाई नहर का कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्य अभियंता चंद्र शेखर ने अवगत कराया कि क्षतिग्रस्त नहर के पुनर्निर्माण के लिए 5 करोड़ 84 लाख का आकलन तैयार शासन को भेजा गया है। जिसके स्वीकृत होते ही शुरू कर दिया जाएगा। आयुक्त ने बरसात से पूर्व वैकल्पिक व्यवस्था के तहत नहर की मरम्मत करने के निर्देश दिए।