जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: Haldwani Encroachment: बनभूलपुरा में नक्शों के आधार पर सीमांकन जारी है। पहले चरण में प्रशासन, रेलवे व निगम के नक्शों के आधार पर सालों पहले लगाए गए पीलरों को ढूंढा जा रहा है।

मंगलवार को टीम ने इंदिरानगर में परिवहन विभाग के फ‍िटनेस सेंटर के पास नापजोख की। लेकिन पिलर पांच नहीं मिल सका। इस पर टीम वापस लौट आई। आज बुधवार को दोबारा से नापजोख होगी।

बनभूलपुरा में अतिक्रमण का मामला देश में सुर्खियां बटोर चुका है। हाईकोर्ट ने अतिक्रमण को ध्वस्त करने के निर्देश दिए थे। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाते हुए अगली सुनवाई की तारीख सात फरवरी तय की है। रेलवे का दावा है कि उसकी जमीन पर 4365 घर अवैध तरीके से बने हैं।

मामले की सुनवाई रेलवे प्राधिकरण में हुई। तब अतिक्रमणकारी जमीन से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए थे। इस बार अब्दुल मलिक ने डीएम धीराज गर्ब्‍याल के सामने सालों पुराना नक्शा पेश कर दिया। डीएम के आदेश पर प्रशासन कई विभागों को साथ लेकर सीमांकन कर रहा है। पिछले तीन दिनों से कार्रवाई चल रही है।

अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी ने बताया कि मंगलवार को नक्शों से मिलान व नापजोख हुई। पिलर पांच नहीं मिल पाया। इसलिए टीम वापस लौट आई। बुधवार को फिर से सीमांकन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुल 10 पीलरों को ढूंढा जा रहा है। पीलर मिलने पर सटीक सीमांकन होगा।

बनभूलपुरा में हंगामा करने वालों की फोटो और वीडियो से पहचान शुरू

वहीं बनभूलपुरा में अवैध निर्माण ध्वस्त करने गई प्रशासन व नगर निगम की टीम का विरोध करने वाले पुलिस के राडार पर हैं। पार्षद समेत 200 अज्ञात पर प्राथमिकी के बाद पुलिस ने फोटो व वीडियो से हंगामा करने वालों की पहचान करना शुरू कर दिया है। इनकी संख्या बढ़ सकती है।

नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने पुलिस को बताया था कि 30 जनवरी को वह नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मनोज कांडपाल, जेसीबी चालक सुनील, हरेंद्र, सफाई कर्मी राहुल व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ लाइन नंबर आठ बनभूलपुरा में अवैध निर्माण रोकने गए थे। बिलाली मस्जिद के पास हाजी इरसाद, सरफराज अहमद व मो. सलीम द्वारा नजूल भूमि पर कब्जा कर अवैध निर्माण किया जा रहा था।

प्रशासन व नगर निगम की टीम अवैध कब्जा हटाने व अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची तो सभासद मो. गुफरान, अब्दुल वफा समेत 200 लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। इससे अराजकता का माहौल रहा। विरोध कर रहे लोगों ने टीम से अभ्रदता, धक्का-मुक्की, मारपीट व वाहनों में तोड़फोड़ की।

राजकीय कार्य में बाधा डाल सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। सीओ सिटी भूपेंद्र सिंह धोनी ने बताया कि हंगामा कर रहे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। फोटो व वीडियो से पहचान शुरू कर दी है। क्षेत्र का माहौल खराब करने व कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

Edited By: Nirmala Bohra