उत्तराखंड सरकार की शादी अनुदान योजना से 5313 बेटियों की हुई विदाई, किस जिले में कितनी बेटियों को मिला आशीर्वाद
उत्तराखंड सरकार की शादी अनुदान योजना से प्रदेश के अंतिम छोर पर रहने वाले लोगों तक मदद पहुंच रही है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 5313 निर्धन बेटियों को शादी के लिए 24.25 करोड़ का अनुदान दिया गया। इस योजना से नैनीताल जिले में 322 लोगों को लाभ हुआ है। अनुसूचित जाति जनजाति और सामान्य श्रेणी के लोगों को 50 हजार रुपये की अनुदान राशि दी जा रही है।

दीप बेलवाल, हल्द्वानी। सरकार के शादी अनुदान योजना का लाभ प्रदेश के अंतिम छोर पर रहने वाले लोगों तक पहुंच रहा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रदेश में 5313 निर्धन बेटियों को शादी के लिए सरकार ने 24.25 करोड़ का अनुदान दिया। 463 निराश्रित परिवारों को अनुदान राशि और दी जानी है। इनके आवेदन स्वीकृत हो चुके हैं।
नैनीताल जिले में इस योजना से 322 लोगों को लाभ हुआ। बेटियों के विदाई के समय यह धनराशि दी जा चुकी है। राज्य में निराश्रित विधवाओं की पुत्रियों के विवाह के लिए अनुदान योजना के तहत 50 हजार रुपये दिए जाते हैं। इस श्रेणी में अनुसूचित जाति, जनजाति व सामान्य श्रेणी को रखा गया है। सशस्त्र बलों से सेवानिवृत पूर्व सैनिक की बेटी की शादी भी अनुदान योजना शामिल है।
योजना का मकसद गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की बेटियों की शादी में मदद करना है। समाज कल्याण निदेशालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 में शादी अनुदान योजना के तहत प्रदेश में कुल 5374 आवेदन प्राप्त हुए थे।
इसमें से 5313 आवेदन स्वीकृत हो गए हैं और 24.25 करोड़ का अनुदान आवेदनकर्ताओं को भेज दिया गया है। इसके तहत सामान्य श्रेणी के लोगों को अनुदान के तौर पर 4.31 करोड़, अनुसूचित जाति के लोगों को 16.20 करोड़ व जनजाति के लोगों को 3.73 करोड़ की धनराशि दी गई है।

हरिद्वार जिला अनुदान लेने में टॉप
शादी का अनुदान लेने वाले जिलों में हरिद्वार टाप स्थान पर है। यहां अनुसूचित जाति, जनजाति व सामान्य श्रेणी के 651 लोगों को अनुदान मिला है। इसी तरह अल्मोड़ा में अनुसूचित जाति के 251 व सामान्य श्रेणी के 38 लोगों को अनुदान मिला। बागेश्वर में अनुसूचित जाति के 133, सामान्य श्रेणी के 14, चमोली में अनुसूचित जाति के 87, जनजाति के 10 व सामान्य श्रेणी के 21 लोगों को लाभ मिला।
| जिला | अनुसूचित जाति (SC) | जनजाति (ST) | सामान्य श्रेणी (General) |
|---|---|---|---|
| हरिद्वार | — | — | 651 |
| अल्मोड़ा | 251 | — | 38 |
| बागेश्वर | 133 | — | 14 |
| चमोली | 87 | 10 | 21 |
| चंपावत | 80 | — | 12 |
| देहरादून | 288 | 388 | 75 |
| नैनीताल | 253 | 16 | 53 |
| पौड़ी | 122 | — | 23 |
| पिथौरागढ़ | 137 | 17 | 15 |
| रुद्रप्रयाग | 109 | — | 11 |
| टिहरी | 317 | — | 72 |
| ऊधम सिंह नगर | 260 | 567 | 135 |
| उत्तरकाशी | 211 | 7 | 43 |
चंपावत में अनुसूचित जाति के 80, सामान्य श्रेणी के 12, देहरादून में अनुसूचित जाति के 288, जनजाति के 388, सामान्य श्रेणी के 75 को अनुदान मिला।
नैनीताल में अनुसूचित जाति के 253, जनजाति के 16 व सामान्य श्रेणी के 53 लोगों, पौड़ी में सामान्य अनुसूचित जाति के 122 व सामान्य श्रेणी के 23, पिथौरागढ़ में अनुसूचित जाति के 137, जनजाति के 17 व सामान्य श्रेणी के 15, रुद्रप्रयाग में अनुसूचित जाति के 109 व सामान्य श्रेणी के 11, टिहरी में अनुसूचित जाति के 317 व सामान्य श्रेणी के 72, ऊधम सिंह नगर में अनुसूचित जाति के 260, जनजाति के 567 व सामान्य श्रेणी के 135 लोगों को लाभ मिला। इसी तरह उत्तरकाशी में अनुसूचित जाति के 211, जनजाति के सात व सामान्य श्रेणी के 43 लोगों को अनुदान मिला है।
शादी अनुदान योजना का लाभ हर निर्धन परिवार तक पहुंच रहा है। इसके तहत बेटी के विवाह के समय व बाद में 50 हजार की धनराशि दी जा रही है। योजना का लाभ लेने वालों की संख्या वित्तीय वर्ष 2024-25 में पांच हजार के पार पहुंच गई। लोगों का रूझान योजना की तरफ बढ़ा है।
-प्रकाश चंद्र, निदेशक, समाज कल्याण।

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