गौला का शीशमहल गेट खुला, विरोध में नदी में नहीं उतरा एक भी वाहन
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार गौला नदी से खनन की शुरुआत हो गई। शनिवार को शीशमहल स्थित गेट को खनन के लिए खोल दिया गया।
हल्द्वानी (जेएनएन) : लंबे इंतजार के बाद आखिरकार गौला नदी से खनन की शुरुआत हो गई। शनिवार को शीशमहल स्थित गेट को खनन के लिए खोल दिया गया। हालांकि गौला खनन मजदूर संघर्ष समिति ने अधूरी तैयारियों के बीच गेट खोलने का विरोध कर प्रदर्शन किया। इसके चलते दिनभर एक भी वाहन उपखनिज लेने के लिए नदी में नहीं उतरा।
सुबह तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ नीतिशमणि त्रिपाठी, एसडीओ धु्रव सिंह मर्तोलिया, वन निगम के आरएम एमपीएस रावत, डीएलएम केएस रावत, डीएलएम केएस रावत, वाईके श्रीवास्तव, रेंजर गौला गणेश त्रिपाठी की मौजूदगी में गेट खोला गया। शाम तक वन निगम के कर्मी उपखनिज ढुलान के लिए वाहनों का इंतजार करते रहे, लेकिन एक भी वाहन नदी में नहीं उतरा।
गौला खनन मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि वन निगम ने बिना तैयारी व कारोबारियों को विश्वास में लिए बिना गेट खोल दिया है। दीपावली व छठ पूजा की वजह से खनन श्रमिक नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में गेट केवल कागजी खानापूर्ति के लिए खोला गया है। इस दौरान खनन कारोबारी मनीष गौड़, रोहित साह, योगेंद्र बिष्ट, दिनेश फुलारा, हरीश भगत व राजेश आदि शामिल थे।
आज खुलेगा बेरीपड़ाव गेट
एसडीओ गौला धु्रव सिंह मर्तोलिया ने बताया कि शीशमहल गेट की शुरुआत करने के बाद रविवार को बेरीपड़ाव गेट को भी खनन के लिए खोल दिया जाएगा। बेरीपड़ाव गेट में करीब आठ सौ वाहन पंजीकृत हैं। सुबह वन विभाग व वन निगम के अफसरों की मौजूदगी में गेट खोलकर खनन की शुरुआत कराई जाएगी। एसडीओ ने बताया कि अन्य गेटों को खोलने के प्रयास भी चल रहे हैं। आगामी कुछ दिनों में सभी गेट खोलकर खनन शुरू कराया जाएगा।