मुसीबत : सुबह से शाम तक जाम, रोज हजारों लोग हो रहे हलकान
रामपृुर रोड पर जाम की समस्या नासूर बन चुकी है। दोपहर व शाम के वक्त घंटों जाम लगने से बाहर आने वाले पर्यटक और स्थानीय लोग तक परेशान है।
हल्द्वानी, जेएनएन : रामपृुर रोड पर जाम की समस्या नासूर बन चुकी है। दोपहर व शाम के वक्त घंटों जाम लगने से बाहर आने वाले पर्यटक और स्थानीय लोग तक परेशान है। जाम की एक बड़ी वजह खनन वाहन हैं। गौला खुलने पर हर साल यहीं स्थिति रहती है। वहीं, रामपुर रोड पर देवलचौड़ से लेकर करीब 50 हजार की आबादी इस जाम से परेशान है। पिछले दस दिन से शहर में जाम की स्थिति लगातार लोगों को परेशान कर रही है। इसका सबसे अधिक खामियाजा ग्रामीण एरिया के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। बरेली व रामपुर रोड पर दबाव ज्यादा है। इसमें देवलचौड़ के पास स्थिति अक्सर नियंत्रण से बाहर हो जाती है। शुक्रवार शाम से चौराहे पर लंबा जाम लग गया। जिस वजह से दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। दोपहिया, कार से लेकर बड़े वाहन तक फंसे रहे। पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद जाम नहीं छंटा। वहीं सोशल मीडिया पर भी जाम को लेकर लोग प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस व प्रशासन को कोस रहे थे।
जाम की वजह
शादियां : रामपुर रोड पर दस से अधिक बैंक्वेट हॉल हैं। इन दिनों सहालग का सीजन चल रहा है। अधिकांश बैंक्वेट हॉल की पार्किंग छोटी है। जिस वजह से शादी में शामिल होने वाले बराती सड़क किनारे गाडिय़ां खड़ी कर चले जाते हैं।
अतिक्रमण व ठेले : देवलचौड़ और मंडी बाइपास पर ठेले वालों ने अतिक्रमण कर रखा है। कुछ व्यापारियों ने बकायदा दुकान के आगे ठेले किराये पर लगा रखे हैं। जिससे वाहन हल्का सा सड़क से नीचे होकर नहीं निकल सकता। लिहाजा कतार बढ़ती जाती है।
सिडकुल वाहन : अपराह्न तीन बजे के बाद से रुद्रपुर सिडकुल में शिफ्ट चेंज होने का समय शुरू होता है। लिहाजा आने-जाने वाली बसों की संख्या बढ़ जाती है। ये बसें भी जाम का बड़ा कारण हैं।
जल्दबाजी में निकलना : जाम के जल्दी न खुलने की एक वजह जल्दबाजी भी है। कुछ लोग आगे निकलने के चक्कर में दांए-बांए से वाहन घुसा देते है। जिससे स्थिति और खराब हो जाती है।
खनन वाहनों को रोकना होगा : बरेली रोड पर उपखनिज के निकासी गेट हैं। यहां से सैकड़ों की संख्या में डंपर व ट्रक रामपुर रोड स्थित क्रशर पर उपखनिज डालने आते हैं। मंडी बाइपास से गाडिय़ां रामुपर रोड पर टर्न करती हैं। एक साथ कई डंपर आने की वजह से जाम पैदा होता है। बाइपास रोड अधिक चौड़ी है। इसलिए पुलिस को इन्हें वहीं रोकना चाहिए।
क्या करें उपाय
हाईवे के वाहनों को प्राथमिकता : रामपुर रोड के वाहनों को जाम की स्थिति में पुलिस को पहले पास कराना होगा। महर्षि व मंडी बाइपास से आने वाली गाडिय़ों को इस दौरान रोकना होगा। पूर्व में पुलिस ने यह योजना लागू कर काफी हद तक काबू पाया था।
महर्षि की तरफ बड़े वाहन प्रतिबंधित करने होंगे : देवलचौड़ से महर्षि स्कूल की तरफ जाने वाले मार्ग पर वैसे तो नो एंट्री है। उसके बावजूद ट्रक व डंपर चालक यहां चुपके से गाड़ी डाल देते है। आगे से अचानक वाहन आने पर सीधा जाम की स्थिति पैदा हो जाती है।
गौला वाहन रात नौ बजे बाद निकलें : गौला में पंजीकृत वाहन नियम के हिसाब से एक ही चक्कर रोज लगा सकते हैं। इसके बावजूद क्रशर पर पहुंचने को लेकर इनमें होड़ मची रहती है। जाम की स्थिति से निजात पाने को इन वाहनों को रात नौ बजे बाद मुख्य मार्ग पर आने की अनुमति मिलनी चाहिए।
चार किमी का सफर पूरा करने में लगा एक घंटा : शुक्रवार को लगे जाम की स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देवलचौड़ से पंचायत घर तक की दूरी तय करने में लोगों को एक घंटे तक का समय लगा। जबकि यह रास्ता दस मिनट का है।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया
-सीपीयू वाले कहां बिजी हैं?
-रोड संकरी और ट्रैफिक दिल्ली की तरह। ऊपर से सड़क किनारे अतिक्रमण।
-जाम खुलवाने के लिए पुलिस को डंडा फटकारना होगा।
-फोरलेन बनने पर जाम से निजात मिलेगी।
-इसमें हमारी भी गलती है, सिर्फ पुलिस को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
-गौला की गाडिय़ों का टाइम फिक्स होना चाहिए। आम ट्रैफिक के समय उन्हें रोकना चाहिए।
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