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Happy Friendship Day 2021 : उस दिन जरूरतमंदों को खाना बांटकर लौटा था रवि, सड़क हादसे ने ले ली जान, तब से दोस्‍तों ने रख दिया रवि रोटी बैंक नाम

Happy Friendship Day 2021 हल्‍द्वानी में मंगल पड़ाव के पास रहने वाले एमबीपीजी कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ सचिव रवि यादव की 26 अगस्त 2020 की रात सड़क हादसे में मौत हो गई थी। मौत से पहले वह रोटी बैंक टीम के साथ जरूरतमंदों को खाना बांटकर घर पहुंचे थे।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 09:27 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 09:27 AM (IST)
Happy Friendship Day 2021 : उस दिन जरूरतमंदों को खाना बांटकर लौटा था रवि, सड़क हादसे ने ले ली जान, तब से दोस्‍तों ने रख दिया रवि रोटी बैंक नाम
Happy Friendship Day 2021 : दोस्‍तों ने रवि की याद में रखा रोटी बैंक का नाम

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Happy Friendship Day 2021 : हल्‍द्वानी में मंगल पड़ाव के पास रहने वाले एमबीपीजी कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ सचिव रवि यादव की 26 अगस्त 2020 की रात सड़क हादसे में मौत हो गई थी। मौत से कुछ देर पहले वह रोटी बैंक की टीम के साथ जरूरतमंदों को खाना बांटकर घर पहुंचे थे। दो दिन बाद यानी 28 अगस्त को उनका बर्थडे था।

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भले रवि इस दुनिया को अलविदा कह गए, लेकिन उन्हें उम्र भर याद रखने के लिए रोटी बैंक का नाम बदलकर रवि रोटी बैंक कर दिया गया। 12 साल पुराने मित्र व रोटी बैंक के संचालक कुसुमखेड़ा निवासी तरुण सक्सेना ने बताया कि बस इतना प्रयास है कि हमारे अलावा अन्य लोग भी रवि को कभी भुला न पाएं। इसलिए जब भी टीम जरूरतमंदों की मदद करती है तो साथी की याद आती है।

संचालक तरुण के मुताबिक, रवि को वह 12 साल से जानते थे। उसने हमेशा जिदंगी में संघर्ष किया। मटरगली की जिस कपड़े की दुकान में कभी नौकरी करता था, मौत से एक महीने पहले उसे खुद ही संचालित करने लगा था। 2017-18 में सभी साथियों ने उसे मिलकर एमबीपीजी कॉलेज से छात्रसंघ उपसचिव का चुनाव लड़ाया था। मिलनसार स्वभाव होने के कारण वह आसानी से जीत भी गया। रवि रोटी बैंक के सदस्य गौरव यादव, संजय आर्य, नीरज, मोहित तुलेरा, मनीष पांडे, विजय सनवाल, रोहित यादव, विपिन गुप्ता, दिनेश, महेंद्र, नितिन व विशाल का कहना है कि रवि की यादें हमेशा उनके साथ रहेंगी।

जरूरतमंदों व बीमारों का सहारा बैंक

रोटी बैंक की स्थापना 15 अक्टूबर 2018 को हुई थी, जबकि रवि की याद में 28 अगस्त 2020 को नाम बदला गया। बेस के पास फूड वैन चलाने के साथ रोडवेज, स्टेशन, चौराहों व भीड़ वाले इलाकों में रोज असहाय को खाना खिलाने के साथ मानसिक तौर पर अस्वस्थ लोग जिन्हें घर से निकाल दिया गया है, रवि रोटी बैंक उनकी भी देखरेख करता है।


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