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एमबीपीजी कालेज में दाखिला दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा, छात्रनेता मांग रहा सात हजार रुपये

दाखिले के नाम पर ठगी के प्रयास का मामला सामने आया है। इस बार स्नातक कक्षा में दाखिला दिलाने के लिए 500 या 1000 रुपये नहीं बल्कि 7000 रुपये की डिमांड कर दी गई। मामले की जानकारी मिलने के बाद कालेज प्रशासन ने विशेष एडवाइजरी जारी की है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 08:33 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 08:33 AM (IST)
एमबीपीजी कालेज में दाखिला दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा, छात्रनेता मांग रहा सात हजार रुपये
छात्र के अभिभावक ने कालेज प्रशासन से संपर्क किया तो मामले का पता चला।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : एमबीपीजी में दाखिले के नाम पर ठगी के प्रयास का मामला सामने आया है। इस बार स्नातक कक्षा में दाखिला दिलाने के लिए 500 या 1000 रुपये नहीं, बल्कि 7000 रुपये की डिमांड कर दी गई। मामले की जानकारी मिलने के बाद कालेज प्रशासन ने विशेष एडवाइजरी जारी की है।

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एमबीपीजी में दाखिला लेने की होड़ लगी हुई है। बीए, बीएससी, बीकाम, एमएससी और एमकाम में भी प्रवेश प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। केवल एमए प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश प्रक्रिया जारी है, मगर अब भी कई विद्यार्थी इस उम्मीद में हैं कि उन्हें स्नातक या स्नातकोत्तर की कक्षाओं में दाखिला मिल जाए। ऐसे ही विद्यार्थियों का फायदा उठाने का मामला सामने आया है। एक छात्र को स्नातक प्रथम सेमेस्टर में दाखिला दिलाने के लिए एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया था। खुद को छात्रनेता बता रहे उस व्यक्ति ने भरोसा दिया कि उसे दाखिला मिल जाएगा, लेकिन इसके एवज में सात हजार रुपये जमा करने होंगे। छात्र के अभिभावक ने कालेज प्रशासन से संपर्क किया तो मामले का पता चला।

दो हजार रुपये निर्धारित है प्रवेश शुल्क

एमबीपीजी कालेज के प्रभारी प्राचार्य डा. बीआर पंत ने शुक्रवार को इस संबंध में एडवाइजरी जारी की है। कहा है कि स्नातक की कक्षाओं में प्रवेश के लिए दो हजार रुपये का शुल्क निर्धारित है। इससे अधिक कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। विद्यार्थियों को सावधानी बरतनी होगी।

जेल भी जा चुके हैं छात्रनेता

यह पहली बार नहीं है, जब एमबीपीजी में दाखिले के नाम पर विद्यार्थियों को ठगने की कोशिश हुई है। 2016 में कुछ छात्रनेताओं ने प्रवेश दिलाने के नाम पर 250 छात्रों से रकम ठग ली थी। बाद में जब परीक्षा की तिथि आई तो इन सभी छात्रों को पता चला कि उनका प्रवेश हुआ ही नहीं है। मामले में तीन छात्रनेताओं समेत कुछ लोगों को जेल भी जाना पड़ा था।

यहां करें संपर्क

कला संकाय (स्नातक) : डा. अंजू बिष्ट - 9412163610

विज्ञान संकाय (स्नातक) : डा. शेखर कुमार - 9410913508

वाणिज्य संकाय (स्नातक) : डा. भानु प्रताप सिंह - 9412934273 


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