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ऊधमसिंह नगर में कनाडा भेजने के नाम पर युवक से 15.97 लाख की धोखाधड़ी, तीन पर मुकदमा दर्ज

एब्रोड एजुकेशन सर्विस के स्वामी गुरबाज सिंह से हुई थी। इस दौरान गुरबाज सिंह और उनकी पत्नी मनदीप कौर तथा वीजा एक्सपर्ट मेहताब सिंह ने बताया कि वह लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं। पुलिस ने तीनों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sun, 20 Feb 2022 10:22 AM (IST)Updated: Sun, 20 Feb 2022 10:22 AM (IST)
ऊधमसिंह नगर में कनाडा भेजने के नाम पर युवक से 15.97 लाख की धोखाधड़ी, तीन पर मुकदमा दर्ज
शनिवार को एब्रोड एजुकेशन सर्विस के स्वामी और उनकी पत्नी समेत तीन के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : बिलासपुर जिला रामपुर (उप्र) निवासी युवक को कनाडा भेजने के नाम पर 15.97 लाख रुपये हड़प लिए गए। इसकी शिकायत पुलिस से की गई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इधर, कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने शनिवार को एब्रोड एजुकेशन सर्विस के स्वामी और उनकी पत्नी समेत तीन के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।

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ग्राम शिवनगर, थाना बिलासपुर, जिला रामपुर निवासी हरमनदीप सिंह पुत्र बलवीर सिंह ने कोर्ट को सौंपे शिकायती पत्र में कहा था कि उसकी मुलाकात वर्ष, 2021 में मशबरगंज, थाना खजुरिया, जिला रामपुर निवासी और रुद्रपुर स्थित एब्रोड एजुकेशन सर्विस के स्वामी गुरबाज सिंह से हुई थी। इस दौरान गुरबाज सिंह और उनकी पत्नी मनदीप कौर तथा वीजा एक्सपर्ट मेहताब सिंह ने बताया कि वह लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं। बताया कि 11 लाख उनके फर्म के नाम पर और पांच लाख रुपये नकद देने होंगे। उनकी बातों पर विश्वास कर उसने कनाडा जाने के लिए उन्हें दस्तावेज देने के साथ ही अलग-अलग किस्तों में करीब 15.97 लाख रुपये दिए। इसके बाद 23 मार्च 2021 को उसने अपनी कनाडा जाने वाली फाइल के स्टेटस की जानकारी ली तो एम्बेसी से पता चला कि वह निरस्त हो चुका है। जब उसने गुरबाज सिंह से संपर्क किया तो उसने कहा कि वह उसे आस्ट्रेलिया भेज देगा। आठ सितंबर 2021 को वीजा आया। जब पता किया तो वीजा फर्जी निकला। इस पर उसने रुपये वापस मांगे तो वह टालमटोल करने लगे। कई माह बीत जाने पर भी जब रुपये वापस नहीं किए। साथ ही रुपये देने से इंकार करते हुए गालीगलौज की और धमकी दी।

हरमनदीप सिंह ने पुलिस से आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोतवाल विक्रम राठौर ने बताया कि जांच एसआइ अशोक कुमार को सौंपी गई है।


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