चिटफंड कंपनी खोलकर ग्राहकों के करोड़ों डकारे, अब मुकदमा दर्ज
अलग-अलग नामों से खोली गई चिटफंड कंपनी के संचालकों ने निवेशकों का डकारा है करोड़ो।
नैनीताल (जेएनएन) : ऊधमसिंह नगर जिले के खटीमा में अलग-अलग नामों से खोली गई चिटफंड कंपनी के संचालकों ने निवेशकों की करोड़ों की रकम डकार ली। इसके बाद संचालक फरार हो गए। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने कंपनी के सात संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दायर की है।
खेतलसंडा खाम की गांव की रुचि ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि दो महिलाओं समेत सात लोगों ने ऑर्गोमेंट सांई समृद्ध रियल इस्टेट इंडिया लिमिटेड नाम से चिटफंड कंपनी खोली थी। इसका प्रधान कार्यालय 2012 में टनकपुर रोड छतरी चौराहा पीलीभीत उत्तर प्रदेश व एक शाखा सितारगंज रोड खटीमा में खोली गई। उक्त कंपनी के संचालकों के झांसे में आ उसके समेत क्षेत्र की तमाम महिलाओं ने भी कंपनी में निवेश किया। संचालकों ने उन्हें तीन वर्ष में रकम दोगुनी करने का विश्वास दिलाया था। 2015 में दो संचालक रकम लेकर फरार हो गए। तत्पश्चात कंपनी से जुड़े अन्य संचालकों ने न्यू रियल इस्टेट एग्रो निधि लिमिटेड नाम से नई कंपनी बनाकर उसमें निवेश कराया। 14 अगस्त को जब वह कुछ अन्य महिलाओं के साथ निवेशकों का पैसा वापस लेने कंपनी के कार्यालय पहुंची, उन्हें वहां मौजूद संचालकों ने धमकियां दी। आरोप है कि संचालक करोड़ों की रकम डकार फरार हो गए हैं। मामले में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कंपनी संचालन करने वाले बंटू यादव निवासी रूपपुर कामालू, कोतवाली पीलीभीत (उप्र) तथा खटीमा ऊधमसिंह नगर निवासी राजेश राणा, संगीता बिष्ट, संजय कापड़ी, नरेश सिंह राना, भगवान सिंह व बसंती देवी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।