चार परिवार संस्थागत क्वारंटाइन, जानवरों के लिए चारा डालने वाला भी कोई नहीं
कोरोना पॉजिटिव पाए गए युवक के गांव में पास-पड़ोस के चार परिवारों को भी स्वास्थ विभाग ने क्वारंटाइन कर दिया है। अब उनके जानवरों के रखरखाव की समस्या खड़ी हो गई है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : कोरोना पॉजिटिव पाए गए युवक के गांव में पास-पड़ोस के चार परिवारों को भी स्वास्थ विभाग ने क्वारंटाइन कर दिया है। परिवारों के क्वारंटाइन कर दिए जाने से अब उनके जानवरों के रखरखाव की समस्या खड़ी हो गई है। प्रतिदिन 40 किलो दूध का कारोबार करने वाले इन परिवारों के सदस्य क्वारंटाइन सेंटर में आंसू बहा रहे हैं।
जिस गांव में कोरोना पॉजिटिव मिला है वह गांव-जिले के बड़े दुग्ध उत्पादक गांवों में एक है। संक्रमित व्यक्ति मिलने के बाद स्वास्थ विभाग ने पास पड़ोस के चार परिवारों को बच्चों सहित क्वारंटाइन कर दिया है। इन परिवारों ने लोन लेकर जर्सी गायें खरीदी हैं। प्रत्येक परिवार हर रोज दस लीटर दूध का कारोबार करता है, इसी से इन परिवारों की आजीविका चलती है।
जानवरों के चारे पानी से लेकर दूध दुहने का काम परिवार के सदस्य ही करते हैं। सभी सदस्यों के क्वारंटाइन में चले जाने से अब इन जानवरों के चारे के इंतजाम के साथ ही दूध निकालने की समस्या खड़ी हो ई है। संक्रमण की आशंका से फिलहाल गांव का कोर्ई परिवार जानवरों की देखरेख के लिए तैयार नहीं है। जानवरों के जीवन पर खतरा मंडरा रहा है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस समस्या का समाधान निकालने की गुहार प्रशासन से लगाई है।
तुषार सैनी, एसडीएम (सदर) पिथौरागढ़ ने बताया कि समस्या की जानकारी मिली है। जानवरों की देखरेख और दूध निकालने के लिए पशुपालन विभाग से वार्ता की जा रही है। गुरुवार तक समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा।
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