हाथ में ककड़ी लेकर फेसबुक पर पोस्ट अपलोड करने पर ट्रोल हुए पूर्व सीएम हरीश रावत
पूर्व सीएम हरीश रावत इंटरनेट मीडिया पर ट्रोल हो गए हैं। म्यार घरैकि काकड़ी तेरि जै हो शीर्षक के साथ उन्होंने हाथ में ककड़ी लेकर अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट अपलोड की तो यूजरों ने चटकारे लेना शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : पूर्व सीएम हरीश रावत इंटरनेट मीडिया पर ट्रोल हो गए हैं। म्यार घरैकि काकड़ी तेरि जै हो शीर्षक के साथ उन्होंने हाथ में ककड़ी लेकर अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट अपलोड की तो यूजरों ने चटकारे लेना शुरू कर दिया। एक यूजर ने कमेंट्स कर लिख दिया कि इस बार चुनाव चिह्न ककड़ी रख लो दाज्यू, एकतरफा रास्ता फैला दोगे। दूसरे ने लिखा माननीय वह ककड़ी तो आम जनता के हिस्से की थी जो आपने खा ली। अब बेचारी जनता क्या करे।
दरअसल एक दिन पहले पूर्व सीएम ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट अपलोड की। हरदा हाथ में ककड़ी लेकर गोविंद सिंह कुंजवाल व अन्य लोगों के साथ दिख रहे हैं। फोटो के साथ उन्होंने लिखा है कि ऊपर गांव से कुछ ककडिय़ां आ गई। सर्दी-जुखाम लगा था, खा नहीं पाया। बहुत मलाल हुआ। पोस्ट में बचपन का जिक्र कर लिखा है कि 18-19 साल का होने तक न जाने किस-किस गांव की ककडिय़ां मैं और मेरे दोस्त खा गए, मगर किसी ने कभी आक्रोश दिखाने के अलावा कुछ नहीं कहा और न कुछ करा। बीच में यह भी लिखा है कि क्या अद्भुत स्वाद होता था और स्वाद ने हमको ककड़ी चोर भी बना दिया। उनकी इस पोस्ट को पढ़ते ही यूजर्स ने ट्रोल करना शुरू कर दिया।
किसी ने ककड़ी चोर हरदा तो किसी ने तुम भी खाओ, हमें भी खिलाओ। ककड़ी वाली आदत विकास कार्यो पर न लगे चचा लिखा। एक यूजर्स ने तो कुमाऊंनी में यहां तक लिख दिया कि नाना छीना बटी चोरि करने आदत छी तुमर, अब बुडया काव छोड़ दियो चोरी करण हरदा। एक ने तारीफ भी लिखी की खाने पीने में ध्यान दो बहुत कमजोर हो गए हो।
मेरी आवाज दबाने वाले आम उत्तराखंडी की क्या कद्र करेंगे
फेसबुक के जरिये हरदा ने भाजपा आइटी सेल पर निशाना साधते हुए रावत ने कहा कि हाल में किसी व्यक्ति ने उनकी प्रशंसा में एक गाना गाया था। जिसे सुनकर वह भावुक हुए तो आंखे छलक पड़ी। लेकिन भाजपा को इसमें भी नाटक नजर आ रहा है। इसलिए विपक्षी दल का आइटी सेल गाने को एडिट कर ऐसा दर्शा रहा है कि जैसे मेरी प्रशंसा नहीं बल्कि निंदा की गई हो। हरदा ने कहा कि यदि मेरी भावनाओं और आवाज को दबाया जा सकता है तो फिर एक आम उत्तराखंडी की यह लोग क्या कद्र करेंगे।