पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा, एनआरसी लाकर प्रदेश के लोगों को घुसपैठिया साबित करना चाहती है भाजपा
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा सरकार एनआरसी लागू करने की बात कैसे कर सकती है। उत्तरावखंड में एक भी ऐसा नागरिक नहीं है।
रुद्रपुर, जेएनएन : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा सरकार एनआरसी लागू करने की बात कैसे कर सकती है। उत्तराखंड में एक भी ऐसा नागरिक नहीं है। जिसके लिए उन्हें एनआरसी लागू करना पड़े। यदि सरकार ऐसा करती है तो कांग्रेस इसका पूरजोर विरोध करेगी।
पूर्व सीएम रावत ने सोमवार को एक होटल में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि नागरिक को बांटने का अधिकार किसी को नहीं है। सरकार अपनी राजनीति में उत्तराखंड के लोगों को लपेटने की फिराक में है। प्रदेश में नेशनल सिटीजन रजिस्टर यानि एनआरसी लागू करने के बयान का कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध कर रही है। उत्तराखंड के परिवारों को भाजपा घुसपैठिया साबित करने पर तुली है। कुछ लोग जबरदस्ती एनआरसी प्रदेश पर लादना चाहते हैं। सरकार पहले लोगों को घुसपैठिया सिद्ध कर देगी। इसके बाद नागरिकता देकर राजनीति करने की मंशा है। जो लोग 1971 से वोट डालते आए हैं और अपना प्रतिनिधि चुनते आए हैं। उन्हें छंटनी करने का अधिकार उन्हें किसने दिया। उन्होंने सरकार से अपील की है कि वह अपने मंत्रियों पर लगाम लगाएं। एक साल पहले भाजपा के एक नेता ने कहा था कि प्रदेश में रोङ्क्षहग्या आ गए, लेकिन आज तक पता नहीं लगा। यदि सरकार उत्तराखंड में एनआरसी लागू करती है तो इसका विरोध किया जाएगा। साथ ही पंचायत चुनाव पर रावत ने कहा कि धन बल का प्रयोग चुनाव में यदि हुआ तो वे चुप नहीं बैठेंगे। रावत ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था दूरुस्त रखने में पूरी तर विफल है। रोजाना दो-तीन मौत डेंगू से हो रही है, लेकिन अब तक इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। इस मौके पर पूर्व विधायक गदरपुर परमानंद महाजन, तारक चंद, विरेंद्र कुमार, निखिल बड़ोई, ज्योतिनाथ, चंद्रशेखर, ममता हल्दार आदि मौजूद थे।