पूर्व मुख्यमंत्री रावत बोले, त्रिस्तरीय पंचायती व्यवस्था खत्म करने पर तुली सरकार
र्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गुरुवार को भाजपा पर हमलावर नजर आए। नैनीताल क्लब में पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने कहा कि सरकार त्रिस्तरीय पंचायती व्यवस्था को खत्म करने पर तुली है।
जेएनएन, हल्द्वानी : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गुरुवार को भाजपा पर हमलावर नजर आए। नैनीताल क्लब में पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने कहा कि सरकार त्रिस्तरीय पंचायती व्यवस्था को खत्म करने पर तुली है। विधानसभा और पंचायती संस्थाओं के बीच सामंजस्य खत्म हो रहा है। पंचायतों को बजट नहीं मिलने से उनकी उपयोगिता खत्म हो रही है। सरकार ने जिला योजना का बजट भी आधा कर दिया। इससे विकास कार्य थम गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों से साधन संपन्न लोगों के भवनों की मंजिलें बढ़ती जा रही हैं, जबकि गरीबों को खिड़की लगाना भी मुश्किल हो गया है।
चोटियों से हुआ है भूस्खलन
हरीश रावत ने कहा कि पिथौरागढ़ के मुनस्यारी और धारचूला क्षेत्र में पहाडिय़ों की तलहटी नहीं बल्कि चोटियों से भूस्खलन हुआ है। यह भूगर्भीय हलचल का प्रमाण है। समय रहते जांच नहीं की गई तो परिणाम केदारनाथ आपदा से भी भयावह हो सकते हैं। ऐसे में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों की कमेटी गठित कर अध्ययन की जरूरत है।
सत्ता के लिए संघर्ष करें
इसके पूर्व अल्मोड़ा में मुख्यमंत्री ने दोबारा कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए जनसमस्याओं के निदान के लिए कार्यकर्ताओं से संघर्ष का एलान किया। इस बीच उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में पहाड़ लौटे प्रवासियों को महज कागजों में ही रोजगार मिल रहा है। हकीकत में उनके लिए कोई ठोस योजना ही नहीं बन सकी है।