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बेतालघाट में सौ से अधिक पेड़ों के काटने के मामले की जांच वन विभाग व राजस्व पुलिस करेगी

नैनीताल जिले के बेतालघाट ब्लॉक के जजूला गांव के क्वीटी क्षेत्र में संरक्षित प्रजाति के सौ से ज्यादा पेड़ काटे जाने के मामले में वन विभाग ने शिकंजा कस दिया है। वनक्षेत्राधिकारी के अनुसार मामले की गंभीरता को देख मामले में प्रशासन से भी मदद ली जाएगी।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 04:05 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 04:05 PM (IST)
बेतालघाट में सौ से अधिक पेड़ों के काटने के मामले की जांच वन विभाग व राजस्व पुलिस करेगी
बेतालघाट में सौ से अधिक पेड़ों के काटने के मामले की जांच वन विभाग व राजस्व पुलिस करेगी

गरमपानी, संवाद सहयोगी : नैनीताल जिले के बेतालघाट ब्लॉक के जजूला गांव के क्वीटी क्षेत्र में संरक्षित प्रजाति के सौ से ज्यादा पेड़ काटे जाने के मामले में वन विभाग ने शिकंजा कस दिया है। वनक्षेत्राधिकारी के अनुसार मामले की गंभीरता को देख मामले में प्रशासन से भी मदद ली जाएगी। वन विभाग व राजस्व की टीम संयुक्त जांच कर मामले में कार्रवाई करेगी। रेंजर के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में राजस्व भूमि पर पेड़ काटे जाने की पुष्टी हुई है। फिलहाल मामले में जांच शुरू कर दी गई है।

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बेतालघाट ब्लॉक के जजूला गांव से सटे क्वीटी क्षेत्र में जमीन कब्जाने को लेकर करीब सौ से ज्यादा संरक्षित प्रजाति के बांज, काफल, बुराश के पेड़ो की बलि दिए जाने का आमला सामना आने के बाद वन विभाग व क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। छोटे छोटे पेड़ों को भी बेतहाशा ढंग से काट दिया गया है। यही नहीं  हरे भरे  पेड़ों को काटने के बाद उनकी जडो़ पर मिट्टी डाल छुपाने का प्रयास भी किया गया। लोगो ने बाहरी बिल्डर पर सरकारी भूमि पर कब्जा करने को पेड़ काटने का आरोप लगाया। बताया की यह सिलसिला पिछले कुछ महीनों से लगातार जारी है।

कोसी रेंज के रेंजर तनुजा परिहार ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है। जिस भूमि पर पेड़ काटे गए हैं वह भूमि राजस्व विभाग की है। संयुक्त मजिस्ट्रेट को भी पत्राचार किया जाएगा। वन विभाग व राजस्व विभाग संयुक्त रूप से कार्रवाई करेगा। पेड़ काटने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।

ग्रामीणों ने मामले में कार्रवाई की मांग भी उठाई। मामले की सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी तनुजा परिहार ने तत्काल तत्काल कर्मचारियों को जंगल में भेजा वन क्षेत्र अधिकारी के अनुसार मामले की रिपोर्ट मिलने के बाद उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी। बताया कि फिलहाल प्रारंभिक जांच में जिस भूमि पर पेड़ काटे गए हैं वह भूमि राजस्व विभाग की होने की पुष्टि हुई है। अब वन विभाग व राजस्व पुलिस संयुक्त रूप से जांच कर मामले में कार्रवाई करेगी। वन क्षेत्राधिकारी के अनुसार पेड़ काटने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।

गांवों में भड़कने लगा है जनाक्रोश

नाप भूमि की आड़ में राजस्व भूमि पर कब्जा करने तथा पेड़ काटने के मामले में जनाक्रोश भड़कने लगा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जमीन खाली करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। दंबगई दिखा डराया धमकाया भी जा रहा है। जिस भुमि पर बिल्डर अपना हक जता रहा है वह भुमि राजस्व विभाग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि माहौल खराब कर गरीब परिवारों को धमकाया गया तो आसपास के गांवों को साथ लेकर तहसील में धरना शुरु कर दिया जाएगा।


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